मंडी, 2 अप्रैल : भाजपा और कांग्रेस ने नगर निगम मंडी के लिए अपने-अपने चुनावी घोषणापत्रों को जारी कर दिया है। लेकिन दोनों ही दलों ने घोषणापत्रों को जारी करते वक्त उन उम्मीदवारों को बुलाना उचित नहीं समझा जिनके कंधों पर इन वायदों को पूरा करने का दारोमदार रहेगा। न तो भाजपा का कोई प्रत्याशी घोषणापत्र जारी करते वक्त मौजूद रहा और न ही कांग्रेस का। सिर्फ बड़े नेताओं ने ही इन घोषणापत्रों को जारी किया। सीएम जयराम ठाकुर ने भाजपा के तो पूर्व मंत्री एवं प्रचार कमेटी के अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के घोषणापत्र को जारी किया।
भाजपा बनाएगी शहर के लिए मास्टरप्लान…
भाजपा ने पूरे मंडी शहर के विकास के लिए मास्टरप्लान बनाने की बात कही है। इसके लिए सरकार ने कार्य करना भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा भाजपा के घोषणापत्र में आधुनिक बायो डस्टबिन, वर्षा जल संग्रहण, कृत्रिम झीलें, रोप-वे, पर्यटन सहायता केंद्र, पार्क, कैफे हाउस, सिवरेज व्यवस्था में सुधार, पार्किंग, फ््लाई ओवर, ओवर ब्रिजिज, अंडर पास, छोटे कामगारों को बिना गारंटी लोन, अत्याधुनिक लाइब्रेरी और प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए अकादमी जैसे बड़े वायदे शामिल हैं।
कांग्रेस 2022 में पूरा करेगी अपने चुनावी वायदों को…
कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करते समय कौल सिंह ठाकुर ने स्पष्ट कर दिया कि जो वायदे उनकी पार्टी मंडी शहर की जनता से करने जा रही है उन्हें 2022 में प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद ही पूरा किया जाएगा। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में ग्रामीण क्षेत्रों को निगम से बाहर करने, पार्किंग, बाईपास रोड़, शुल्कों में पचास फीसदी की कटौती, आधुनिक पुस्तकालय, ऑडिटोरियम, पार्क, महिलाओं के लिए अलग जिम और स्वरोजगार की बात कही है।
बाकी मुद्दों की बात करें तो सफाई, सिवरेज, लाईट सिस्टम और अन्य प्रकार की कॉमन बातें दोनों ही घोषणापत्रों में कही गई हैं। भाजपा ने अपने घोषणापत्र को लोक कल्याण संकल्प पत्र का नाम दिया है जबकि कांग्रेस ने वचनबद्धता पत्र का नाम दिया है।