शिमला, 31 मार्च: हिमाचल प्रदेश में जनवरी और फरवरी के बाद मार्च माह भी सूखा ही गुज़रा, इस बार मार्च माह में दो साल की सबसे कम बारिश हुई है।
मार्च माह में सामान्य से 62 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान पूरे प्रदेश में 41.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो बीते दो सालों में सबसे कम है। वर्ष 2020 में मार्च में 161.7 मिलीमीटर और वर्ष 2019 में 60.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई थी। जबकि वर्ष 2018 में मार्च में 37.5 फीसदी बारिश दर्ज की गई थी। इस बार सभी 12 जिलों में बादल सामान्य से कम बरसे।
मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सिरमौर जिला में सबसे कम 11 मिलीमीटर और कुल्लू में सर्वाधिक 74.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। बिलासपुर में 15.9 मिमी, चम्बा में 53.5 मिमी, हमीरपुर में 12, कांगड़ा में 13.2, किन्नौर में 49.7, लाहौल-स्पीति में 66.2, मंडी में 42.9, शिमला में 49.7, सोलन में 19.2 और ऊना में 12.1 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
कांगड़ा जिला में सामान्य से 84 फीसदी कम बरसात हुई है। इसी तरह बिलासपुर में सामान्य से 74 फीसदी कम, चंबा में 62 फीसदी, हमीरपुर में 79 फीसदी, किन्नौर व लाहौल-स्पीति में 58-58 फीसदी, कुल्लू व मंडी में 40-40 फीसदी, शिमला में 41 फीसदी, सिरमौर में 77 फीसदी, सोलन में 67 फीसदी और ऊना जिला में 71 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है।
मार्च में हिमाचल में बारिश के 13 स्पैल हुए हैं। इनमें केवल 5 स्पैल में अच्छी बारिश दर्ज की गई।