हमीरपुर, 26 मार्च : सीटू ज़िला कमेटी ने किसानों व मजदूर संगठनों के राष्ट्रीय आवाहन पर हमीरपुर में किसानों मजदूरों से जुड़े कानूनों को बदलने के विरोध में नए बिजली बिल के जरिये बिजली बोर्ड को निजी कंपनियों के हवाले करने व डीज़ल-पेट्रोल, रसोईगैस की कीमतों में बेतहाशा बृद्धि के विरोध में गांधी चौक पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय 26 नवंबर से देश के किसान पूरे देश मे नए कृषि कानूनों को बदलने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
इस लड़ाई में 250 से ज्यादा किसानों की जान जा चुकी है, परंतु मोदी सरकार कारपोरेट कंपनियों की इस कदर गुलाम है कि उसे देश किसानों मजदूरों व जनता की कोई परवाह नहीं है। उनके मुनाफे बढ़ाने के लिए देश की जनता को लूटने में लगी है।उसी के लिए कृषि से जुड़े व मजदूरों से जुड़े कानूनों को बदला गया है जिसका देश का मजदूर किसान कड़ा विरोध कर रहा है। मोदी सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों पर भारी भरकम टैक्स लगा रखे हैं और जनता को बेरहमी से लूटा जा रहा है। लोगों की खरीद की क्षमता लगातार कम होती जा रही है। कोरोना के बाद लॉकडाउन ने रोजगार के साधनों को सीमित कर दिया है।
वही दूसरी तरफ मोदी जी के सबसे खास उद्योगपति गौतम अडानी की संपत्ति पिछले एक साल में तीन गुणा से ज्यादा बड़ी है, जबकि उत्पादन बन्द रहा है या बहुत ही सीमित हो गया है ये मोदी सरकार की नीतियों का ही परिणाम है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना के लॉकडाउन के चलते 16 करोड़ से ज्यादा लोगों का रोजगार चला गया है।मोदी सरकार ने महामारी को इस्तेमाल करके इसे लोगों को बसूलने और कारपोरेट मित्रों के खजानों में बेशुमार वृद्धि करने के लिए इस्तेमाल किया है।
देश की जनता की मेहनत की कमाई से खड़ा किया गया सरकारी क्षेत्र जो देश की आय का प्रमुख स्रोत भी है उसे निजी क्षेत्र के हवाले किया जा रहा है। बिजली, पानी, सड़क, बैंक बीमा, शिक्षा, स्वास्थ्य सब कुछ बेचा जा रहा है। जिसका सीटू कड़ा विरोध करता है और इस लूट के खिलाफ आने वाले समय मे लड़ाई तेज की जाएगी। इस प्रदर्शन को सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर ठाकुर, ज़िला सचिव जोगिंदर कुमार, सुरेश राठौर, रंजन शर्मा ने संबोधित किया व सैंकड़ों लोगों ने इसमें भाग लिया।