केलांग, 25 मार्च : अगर आपके घर एक ऐसा मेहमान आ जाए, जिसकी जनसंख्या दुनिया भर में ही 6 हजार के आसपास हो तो लाजमी तौर पर आपके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहेगा। आपको ये भी नहीं सूझेगा कि करें क्या। जी हां, दुनिया का दुर्लभ वन्यप्राणी लाहौल घाटी के दालंग गांव में एक घर की बालकनी में पहुंच गया।
ग्रामीण अंगरू के घर पहुंचे आईबैक्स को देखकर हर कोई हैरान हो गया। शानदार मेहमान के घर पहुंचने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि काफी देर तक आईबैक्स घर की बालकनी में चहलकदमी करता रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक ऊंचाई वाले इलाकों में आईबैक्स को भोजन सही ढंग से नहीं मिल पाता, लिहाजा ये निचले इलाकों में भोजन की तलाश में पहुंच जाता है।
ये पहला ही मामला हो सकता है, जब आईबैक्स हिमाचल में किसी के घर पहुंचा हो। वैसे तो ये वन्यप्राणी समुद्रतल से लगभग 8 से 10 हजार फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है। शिकारियों के निशाने पर आने की वजह से भी इनकी संख्या कम हो रही है। चंद माह पहले भी लाहौल घाटी में दुर्लभ वन्यप्राणियों के दीदार हुए थे। ऐसा भी माना जा रहा है कि हिमालयन आईबैक्स की जनसंख्या लाहौल घाटी में बढ़ रही है।
इस दुर्लभ प्राणी को बचाने के लिए लाहौल स्पीति की कई पंचायतें कड़े कदम भी उठा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि आईबैक्स का शिकार करते पकड़े जाने की सूरत में सामाजिक बहिष्कार जैसे कठोर फैसले भी लिए जाते हैं। अच्छी बात ये भी है कि लंबे अरसे से घाटी में आईबैक्स के शिकार को लेकर कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। नवंबर 2020 में मनाली-लेह मार्ग पर भी आईबैक्स का झुंड नजर आया था।