हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार के मुख्य द्वार का अग्रिम परिसर मेंटलिंग न होने की वजह से वर्षा का जल एकत्रित होकर तालाब बन जाता है और यहां आते जाते रोगियों को इस कीचड़ के बीच से गुजरना पड़ता है।
वर्ष 2011 में स्वास्थ्य केंद्र भवन का हुआ उद्घाटन
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार भवन का लोकार्पण 4 मई 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया था। इतने लंबे समय के चलते इस भवन की अब दयनीय दशा हो गई है।
वर्ष 2011 के बाद मुख्य द्वार के समक्ष परिसर का मेटलिंग कार्य भी नहीं किया गया जो आज भी बुरी और बदतर हालत में है। ऐसी स्थिति में लोगों को यहां आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन नहीं ले रहा है कोई उचित कदम,बार बार दी गई है इस कार्य को लेकर जानकारी
स्वास्थ्य महकमों में लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। लेकिन धरातल पर इस तरह की दयनीय हालत देखने को मिलती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार में जहां स्टाफ की कमी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया।
वहीं परिसर के अंदर और बाहर की सुविधाओं को लेकर भी सवाल उठ रहे है। कि भवन परिसर को पक्का किया जाना अत्यंत आवश्यक है। ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों को इस कीचड़ से राहत मिल सके।