हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
सीएससी हरिपुरधार का दर्जा तो मिल गया लेकिन सुविधाएं न के बराबर है। लंबे समय से रिक्त पड़े पदों की भरमार है। लोगों को एक्सरे व अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 100 दूर किलोमीटर नाहन या सोलन जाना पड़ता है।
हरिपुरधार में रोजाना ओपीडी 100 से अधिक रहती है। एक्सरे मशीन लंबे समय से धूल फांक रही है। एक्स रे टेक्नीशियन न होने के कारण लोगों को सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है और मरीजों को मजबूरन बाहर जाना पड़ता है।
खुले आसमान में करना पड़ता है इंतज़ार…
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार का भवन जर्जर हालत में है। मरीजों को खुलेआम सड़कों में इंतजार करने के लिए मिट्टी के बीच ही बैठना पड़ता है। अस्पताल परिसर में मेंटलिग न होने के कारण लोगों को मजबूरन जमीन पर बैठना पड़ता है। स्थानीय नेता लोग वोट मांगते समय तो विकास के नाम बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन धरातल पर स्वास्थ्य सेवाएं, जैसी मूलभत सुविधाओं के बारे में कोई आवाज नहीं उठाते।
हरिपुरधार निवासी व क्षेत्र के जाने-माने प्रबुद्ध व्यक्ति वेद प्रकाश ठाकुर व बहादुर सिंह ठाकुर ने बताया कि हरिपुरधार क्षेत्र राजनीति का शिकार हो गया है। सरकार भी प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। स्कूलों, कॉलेजों व स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ उपलब्ध न होने के चलते क्षेत्र के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरधार में शीघ्र ही समस्याओं का समाधान करें, ताकि भविष्य में लोगों को नजदीक में सुविधा प्राप्त हो सके।