हमीरपुर, 16 मार्च : हिमाचल में 24 घंटे के भीतर राजस्व विभाग में तहसीलदार स्तर के अधिकारियों के दो चेहरे सामने आये है। सोमवार की शाम ऊना में एक तहसीलदार की रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तारी से विभाग को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, वही मंगलवार को एक तहसीलदार लोगो खासकर युवाओं की आंखो का तारा बनते नजर आये।
बमसन के तहसीलदार डॉक्टर आशीष शर्मा ने एक अनोखे प्रयास से देश सेवा के लिए जाने वाले युवाओं को कायल कर दिया है। तहसीलदार डॉक्टर आशीष शर्मा अब तक करीब 140 एफिडेविट(Affidavit) बनाकर युवाओं की मदद कर चुके हैं। इसके लिए बमसन तहसील का पूरा स्टाफ भी युवाओं की मदद कर रहा है।
दरअसल, सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को एक हलफनामा दाखिल करना होता है। इसको लेकर न केवल खर्चा होता है, बल्कि युवाओं को अपनी तैयारी छोड़कर इसे बनाने के लिए समय भी बर्बाद करना पड़ता है। युवाओं की इस दिक्कत को तहसीलदार डाॅ. आशीष शर्मा बखूबी समझ रहे थे। पहले ये प्रयास किया कि कम कीमत पर बनवा दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो अपने ही कार्यालय में निशुल्क ही हलफनामा बनाने के लिए व्यवस्था कर दी।
डॉ आशीष शर्मा ने बताया कि सेना में भर्ती होने के लिए युवाओं को एफिडेविट अटेस्ट (Affidavit Attestation) करवाने के लिए लोकमित्र केंद्रों, डॉक्युमेंट राइटर (Document Writer) व टाइपिस्ट (Typist) 200 से 250 रुपए वसूल रहे थे, जो सरकार द्वारा निर्धारित दरों से कई गुणा अधिक था।
उन्होंने इस बारे में स्वयं लोकमित्र केंद्रों व डॉक्यूमेंट राइटर को निर्देश दिए कि युवाओं से निर्धारित फीस ही लें लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने निर्णय लिया कि युवाओं को इस आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए तहसील में ही फ्री एफिडेविट (Free Affidavit) बनाए जाएंगे। इसके लिए स्टाफ की पूरी टीम का सहयोग मिल रहा है।
डॉक्टर आशीष शर्मा के अनुसार इससे युवाओं को समय पर एफिडेविट मिल रहे हैं, जिसके लिए उन्हें एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ रहा है। उन्होंने लोकमित्र केंद्रों,डॉक्यूमेंट राइटर व टाइपिस्टों को कड़ी चेतावनी भी दी है कि निर्धारित दरों से अधिक वसूली पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बमसन तहसील में निशुल्क एफिडेविट बनने पर युवाओं ने तहसीलदार का शुक्रिया अदा किया है। उनका कहना है कि ऐसे सहयोगी एवं ईमानदार अधिकारी कम मिलते हैं। युवाओं ने उनका आभार जताया है।