ऊना/शिमला, 15 मार्च : स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने सोमवार शाम कार्यकारी दंडाधिकारी (तहसीलदार) को जिला मुख्यालय स्थित सरकारी कार्यालय में 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस के एडीजीपी अनुराग गर्ग ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। तहसीलदार विजय राय द्वारा तकसीम व इंतकाल की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। इसकी सूचना गोपनीय तरीके से शिकायतकर्ता द्वारा विजिलेंस को दे दी गई। इसके बाद विजिलेंस ने अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के मकसद से जाल बिछा दिया। शाम के वक्त, जब शिकायतकर्ता द्वारा तहसीलदार को रिश्वत दी गई, उस समय विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों काबू कर लिया।
अंतिम जानकारी के मुताबिक तहसीलदार की गिरफ्तारी उसके अपने कार्यालय से ही हुई है। साथ ही मौके पर विजिलेंस की कार्रवाई जारी है। बता दें कि विजिलेंस ने रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट करने को लेकर भी काफी सतर्कता दिखाई हुई है। 10 से 12 साल पुराने मामलों में भी चार्जशीट दाखिल की जा रही है।
करीब डेढ़ सप्ताह पहले ही ज्वाली में डीएसपी के पद पर तैनात रहे अधिकारी के खिलाफ भी धर्मशाला की अदालत में चार्जशीट फाइल की गई है। फर्जी प्रमाणपत्र के मामले में सुंदरनगर की अदालत द्वारा 11 साल पुराने मामले में एक दोषी को सजा सुनाई गई। सोमवार को ही 2016 के मामले में पंचायत में अनियमितताओं को लेकर भी चार्जशीट दाखिल की गई है। इसमें पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं।
उधर, ऊना में तहसीलदार की गिरफ्तारी को लेकर विजिलेंस के एएसपी सागर चंद ने कहा कि कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। रिमांड पर लेने के बाद आय से जुड़ी जानकारी को भी जुटाया जाएगा।