नाहन, 14 मार्च: लाॅकडाऊन से पहले लंबे रूट की बसों के दोसड़का से ही सीधे देहरादून या चंडीगढ़ निकल जाने को लेकर सवाल उठते रहे हैं। मगर अब हैरानी वाला मामला सामने आया है। देहरादून-चंडीगढ़ रूट पर रविवार दोपहर बस (एचपी18बी-6537) ने नाहन के यात्रियों को दोसड़का से ही बाय कर दिया
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को इस बाबत यात्रियों ने जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि नाहन बस स्टैंड आने की बजाय बस सीधे ही दोसड़का से चंडीगढ़ निकल गई। जिससे काफी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बता दें कि इस रूट पर पहले से ही सीटीयू, हरियाणा व उत्तराखंड बसांे को संचालित करता है। इनमें से कोई भी बस नाहन बस स्टैंड नहीं आती है। इस मुद्दे का समाधान अब तक भी नहीं हुआ है। सवाल इस बात पर उठता है कि जिस रूट पर दो राज्यों के अलावा यूटी द्वारा बड़ी संख्या में बसों को संचालित किया जा रहा है, वहां नाहन डिपो को भी उस दौड़ में शामिल होकर क्या फायदा मिल रहा होगा।
बेशक ही एचआरटीसी घाटे में है, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाते सामाजिक दायित्व भी है। रोचक बात ये भी है कि निचले स्तर पर घाटे से उबरने के प्रयास किए जाते हैं, लेकिन शीर्ष जगह पर इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती। नतीजा यह हो रहा है कि एचआरटीसी घाटे से नहीं उबर पा रही।
वहीं आम लोगों को भी परिवहन सुविधा संतोषजनक स्थिति में नहीं मिल रही। उल्लेखनीय है कि एचआरटीसी के अन्य डिपुओं द्वारा देहरादून-चंडीगढ़ मार्ग पर न केवल सामान्य बल्कि वाॅल्वो बसों का भी संचालन किया जाता है, लेकिन इसका कोई फायदा सिरमौर मुख्यालय को नहीं हासिल होता है। केवल एक ही तर्क दिया जाता है कि यात्री नहीं मिलते हैं।
उधर, बस की सीधे चंडीगढ़ रवानगी को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन काॅल रिसीव नहीं हुई। वहीं, बस स्टैंड से जांच करने पर बताया गया कि देहरादून-चंडीगढ़ रूट पर दो बसों को संचालित किया जा रहा है। इसमें से एक बस सीधे जा रही है तो दूसरी बस स्टैंड पर आती है।