मंडी, 4 मार्च : मंडी जिला के अधिष्ठाता और बड़ा देव माने जाने वाले देव कमरूनाग वीरवार को अपने मूल स्थान से मंडी शिवरात्रि के लिए पूरे लाव लश्कर के साथ रवाना हुए। बड़ा देव कमरूनाग अपने देवलुओं के साथ चच्योट के धंग्यारा से सुबह 10 बजे के करीब चले।
देवता का रात्रि ठहराव वीरवार को चैलचौक में होगा। जिसके बाद देवता बग्गी, बल्ह के नेरचौक, नागचला, बगला, रानीबाईं, पुलघराट होते हुए मंडी पहुंचेंगे। इस दौरान श्रद्धालुओं के घरों में देवता का ठहराव किया जाता है। 8 दिनों की पैदल यात्रा करने के बाद 11 मार्च शिवरात्रि वाले दि न बड़ा देव कमरूनाग छोटी काशी मंडी पहुंचेंगे। जहां से राज माधव राय और राज परिवार के सदस्यों से मिलने के बाद देवता मंडी शहर के टारना माता के मंदिर में पूरे शिवरात्रि महोत्सव के दौरान विराजमान रहेंगे।
कमरूनाग देवता समिति के कारदार भिष्म कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि देवता मंडी शिवरात्रि महोत्वस में शामिल होने के लिए रवाना हो गए हैं। जिसके बाद विभिन्न स्थानों पर ठहराव के बाद बड़ा देव मंडी पधारेंगे। उन्होंनें कमरूनाग व जिला के सभी देवी देवताओं से प्रार्थना की है कि शिवरात्रि महोत्सव हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरी श्रद्धा और खुशी के साथ संपन्न हो। इसके साथ ही इन्होंनें देवताओं से कोरोना महामारी के पूरी तरह से खात्में की भी प्रार्थना की है।