ऊना, 3 मार्च : मंजिल उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है, ऊना के छोटे से गांव से निकल अमेरिका में “Zscaler” नाम से बड़ा साम्राज्य खड़ा करने वाले “जय चौधरी” ने।
दरअसल जय चौधरी का असली नाम “जगतार सिंह चौधरी” है। हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट (Hurun Global Rich List) 2021 में जय चौधरी ने दुनिया के टॉप अरबपतियों में स्थान पाया हैं। भारत के टॉप-10 अमीरों की फ़ेहरिस्त में शामिल हो गए है। जय चौधरी ने 2007 में जेड स्कलेर (Zscaler) ने नाम से साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) कंपनी शुरू की थी, जिसके बाद 2018 में कंपनी का आईपीओ लांच किया था।
हालांकि साफ़ तौर पर नहीं माना जा सकता, लेकिन तर्क दिया जा रहा है कि भारत के सबसे 10 अमीरों की सूची में शायद पहली बार किसी हिमाचली ने जगह बनाई होगी। 2020 -21 में जय चौधरी की दौलत में 275% की वृद्धि हुई इसी कारण टॉप 10 अमीर भारतीयों की सूची में 577 पायदान चढ़ने के बाद शामिल हुए है।
बता दे कि जय चौधरी को अमेरिका में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में टाइकून (Tycoon of Cyber Security) भी कहा जाता है। दुनिया के अमीरों की सूची में जय चौधरी का 185वा स्थान है।
62 साल के जय चौधरी का जन्म ऊना के पनोह गांव में भगत सिंह और सुरजीत कौर के घर में हुआ था। तीन भाइयों में सबसे छोटे जय चौधरी की तीन बहने भी है। जय चौधरी का बचपन से ही पढ़ाई से बहुत लगाव था, पैतृक गांव पनोह के ही प्राइमरी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा (Primary Education) हासिल करने के बाद जय चौधरी ने सरकारी स्कूल धुसाड़ा में मैट्रिक तक की पढ़ाई की है। जय चौधरी दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के लिए चार किलोमीटर पैदल जाते थे।
गांव में ही बट्ट वृक्ष (Banyan Tree) के नीचे बैठकर पढ़ा करते थे। मिडल और हाई स्कूल की पढ़ाई के दौरान जय चौधरी ने प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड (HP Board of School Education) की मैरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। ऊना में कॉलेज (Pre University) में पढ़ाई दौरान भी यूनिवर्सिटी में टॉप (University Topper) किया। उसके बाद बीएचयू (BHU) बनारस में आईआईटी (IIT) से बीटेक करने के बाद अमेरिका में एमटैक की पढ़ाई करने चले गए। स्कॉलरशिप (Scholarship) की वजह से जय चौधरी को अमेरिका में पढ़ाई का मौका मिला था।
किसान (Farmer) पिता के घर जन्मे जय चौधरी को इस मुकाम तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा, मगर जय चौधरी ने कभी भी हिम्मत नहीं हारी और अपना मुकाम हासिल कर लिया।
जय चौधरी की इस सफलता से उनके सबसे बड़े भाई दलजीत सिंह भी खासे उत्साहित है। प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत हुए जय चौधरी के भाई दलजीत ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि कि जगतार शुरू से ही पढ़ने में बहुत होशियार थे और जब जय छठी में थे तो वो उनके बीए के निबंध (Essay) तक लिख लेते थे।
उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय जय चौधरी को ही दिया। उन्होंने बताया कि जय चौधरी जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति है और इस मुकाम पर पहुंचने के बाबजूद भी उनमें कोई बदलाव नही आया है। उन्होंने बताया कि जय की पत्नी भी बहुत नेक दिल इंसान हैं। माता-पिता भी अमेरिका (United States of America) में ही उनके साथ ही रहते हैं।
दुनिया के दौलतमंदों (Richest People) की सूची में शामिल जय चौधरी के भाई ने ये भी बताया कि वो अपनी जन्मभूमि (Birth Place) से गहरा लगाव रखते है। करीब चार साल पहले घर आये थे। दो साल पहले वो उनकी बेटी की शादी में शरीक होने वो अमेरिका गए थे।