ऊना/नाहन, 27 फरवरी : विशेषज्ञों का कहना होता है, जंगल में वन्यप्राणियों की साईटिंग भी खुशकिस्मती से ही होती है। अब अचानक ही एचआरटीसी के यात्रियों को आकर्षक बारहसिंगा के दिदार हो जाएं तो स्वाभाविक है, उत्सुकता भी बढ़ जाती है।
चंबा-देहरादून बस के यात्रियों को तलवाड़ा के नजदीक बारहसिंगा मिला। बस की कंडक्टर साइड इसे देखकर ड्राईवर ने भी ब्रेक लगा दी। लाइट में साफ तौर पर बारहसिंगा दिख रहा था। उसने भी ये समझ लिया था कि लोग उसे देखने को उत्सुक हैं। यही कारण था कि वो भी काफी देर तक डटा रहा।
बता दें कि जंगली जानवर भी अपने लिए खतरे को तुरंत भांप लेता है। अगर उसे महसूस हो कि सामने वाला हमला कर सकता है तो वो भी अपनी सुरक्षा के लिए भागना ही मुनासिब समझता है। इस मामले में वो समझ गया था कि उसके सामने हमलावर नहीं है, बल्कि उसे स्नेह दे रहे हैं।
ऊना के रहने वाले अविनाश ठाकुर का कहना है कि बस के सामने तलवाड़ा के नजदीक अचानक बारहसिंगा आ गया था। दीगर है कि सिरमौर में अपने रूट पर चंबा-देहरादून बस कालाअंब से दाखिल होती है। चंद सप्ताह पहले ही इसी हाईवे से कुछ दूरी पर एक बारहसिंगा को गोली से उड़ा दिया गया था।
हिमाचल की शिवालिक पर्वत श्रृंखला में बारहसिंगा की संख्या काफी है। अक्सर ये सड़कों पर भी निकल आते हैं, इस कारण दुर्घटना का भय भी बना रहता है। नाहन-शिमला हाईवे पर जगह-जगह इस बात के साइन बोर्ड भी लगे हैं कि पहले वन्यप्राणियों को गुजरने का मौका दें।