ऊना, 25 फरवरी : हिमाचल प्रदेश में एक अनोखी घटना सामने आई है। 8 से 9 महीने की अवधि तक महिला के गर्भ में शिशु पलता रहा, लेकिन डाॅक्टर्स इसे यूटर्स इंफैक्शन बताते रहे। आखिर में जन्म लेने के एक घंटे बाद नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया।
ये चौंकाने वाला मामला ऊना के गगरेट उपमंडल में सामने आया है। महिला का आरोप है कि सरकारी संस्थान के एक डाॅक्टर की लापरवाही की वजह से नवजात की जान चली गई है। महिला का ये भी कहना है कि प्रसव तक उसे ये नहीं बताया गया कि वो गर्भवती है। बल्कि उसे बार-बार बच्चादानी के संक्रमित होने की बात कही जाती रही।
पीड़ित परिवार ने लिखित शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी है। साथ ही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी इस बारे शिकायत दर्ज करवाई गई है। उपमंडल गगरेट के रहने वाले इंद्रजीत सिंह ने आरोप लगाया है कि कुछ दिन पहले पत्नी की अचानक तबीयत खराब हो गई। सरकारी अस्पताल में डाॅक्टर ने पेट में इंफैक्शन होने की बात कही। एक्स-रे भी करवाया गया।
बुधवार शाम पत्नी के पेट में तेज दर्द होना शुरू हो गया, जो संभवतः प्रसव पीड़ा थी। दोबारा अस्पताल ले जाए जाने पर स्टाफ नर्स ने बताया कि पत्नी गर्भवती है। आनन-फानन में उनकी पत्नी को ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में दाखिल करवाया गया। एक घंटे के भीतर ही प्रसूति के बाद नवजात की मौत हो गई। उन्होंने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई है।