हमीरपुर, 24 फरवरी : राज्य की युवतियों में सोलन की सीमा ठाकुर के एचआरटीसी ड्राईवर बनने के बाद इस तरफ क्रेज बढ़ा है। किन्नौर की पूनम नेगी ने कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बाद एचटीवी का लाईसेंस हासिल करने में सफलता हासिल की थी। यूं कहें कि पहाड़ी प्रदेश की महिलाएं या फिर युवतियां यह संदेश देने का भी प्रयास कर रही हैं कि वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वे अगर हाथ में पैन के अलावा यदि हथियार भी थाम सकती हैं, तो बड़ी बसों की चालक सीट पर स्टेयरिंग भी घुमा सकती हैं।
कुछ ऐसा ही नज़ारा आजकल देखने को मिल रहा है हमीरपुर जिला की पिछड़ी पंचायत कश्मीर भिड़े में। यहां 21 वर्षीय नैंसी आजकल बस चालक की ट्रेनिंग ले रही हैं। नैंसी राजकीय महाविद्यालय नादौन से बी कॉम की पढ़ाई वर्ष 2020 में पूरी कर चुकी हैं। आजकल एचआरटीसी के हमीरपुर डिपो के ड्राइविंग स्कूल में बस का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। कुल 17 प्रशिक्षुओं में नैंसी अकेली लड़की है, जो बस चलाना सीख रही है।
सिरमौर में 21 साल की शिक्षित युवती बन गई भारी वाहनों की पायलट, दौड़ा सकेगी बस-ट्रक
करीब दो सप्ताह पहले सिरमौर में भी 21 साल की उम्र में सपना ने भी एचटीवी का लाईसेंस लेने में सफलता हासिल की है। काॅलेज की पढ़ाई कर रही नैंसी ने अपनी मां के सपने को साकार करने के मकसद से स्टेयरिंग पकड़ा है। वो ट्रेनिंग लेने के लिए एचआरटीसी की कार्यशाला पहुंची तो पहले हर कोई इस बात पर आश्चर्यचकित हुआ कि काॅलेज में पढ़ने वाली बच्ची कैसे बस या ट्रक चला लेगी। मगर बाद में सब नैंसी के हौंसले के आगे झुक गए। दो सप्ताह का प्रशिक्षण जल्द ही पूरा हो रहा है। इसके बाद ट्रांसपोर्ट महकमे में हैवी लाईसेंस का आवेदन करेगी।