मंडी, 21 फरवरी : अब चाहे कोरोना आए या जाए वे नहीं रूकने वाले और कोरोना के कारण प्रदेश के विकास में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले बालीचौकी में रेशम कीट पालन पर आयोजित कार्यशाला एवं संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। हालांकि इसका कुछ असर प्रदेश के विकास पर भी पड़ा लेकिन प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी।
कोरोना काल में वर्चुअल माध्यम से साढ़े तीन हजार करोड़ की विकास योजनाओं के उदघाटन और शिलान्यास किए गए। उन्होंने कहा कि यह वर्ष प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व का 50 स्वर्णिम वर्षों के सफर को याद करने वाला वर्ष है। इसलिए राज्य सरकार इस उपलक्ष पर विकास की रथयात्रा निकालने जा रही है। यह रथयात्रा किसी नेता विशेष पर नहीं होगी बल्कि प्रदेश के हर वर्ग के उत्थान और उनके द्वारा दिए गए अमूल्य योगदान पर आधारित होगी।
जयराम ठाकुर ने रेशम कीट पालन के लिए गृह निर्माण हेतु 5 परिवारों को डेढ़-डेढ़ लाख के चैक भी वितरित किए। वहीं 40 हजार की रेशम पालन कीट 200 परिवारों को बांटी गई। जयराम ठाकुर ने कहा कि रेशम कीट पालन आज स्वरोजगार का एक बेहतरीन माध्यम बनकर उभरा है और केंद्र व प्रदेश सरकार इसके लिए कई योजनाओं के तहत अनुदान भी दे रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में रेशम कीट पालन गृह निर्माण के लिए अनुसूचित जाति के परिवारों को 4 करोड़ 16 लाख की राशि आबंटित की जा चुकी है।
इस मौके पर द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर और बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।