मंडी, 21 फरवरी : सराज के कहल्हणी में हुए दर्दनाक हादसे में घायल हुए लोगों के परिजनों ने जोनल हॉस्पिटल मंडी की अव्यवस्थाओं की पोल सीएम जयराम ठाकुर के सामने खोलकर रख दी। यही नहीं परिजनों ने अस्पताल में उपचार के दौरान हुई घायल की मौत के लिए अस्पताल की लचर व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।
घायलों से मिलने के बाद जब सीएम बाहर खड़े परिजनों से मिले तो उन्होंने सीएम के सामने जमकर अपना गुबार निकाला। उपचार के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुए झावे राम के भतीजे खेम राज ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि रात को घायलों को बेहतर उपचार की सुविधा जोनल हॉस्पिटल में नहीं मिली। झावे राम के कुछ टेस्ट करवाए थे जिनकी रिपोर्ट उनकी मृत्यु के बाद आई।
बार-बार लैब जाने के बाद भी वहां दरवाज़ा नहीं खोला गया और डॉक्टर के पास जाकर उन्हें बुलाने पर भी वे नहीं आए। सुबह सीएम को खुश करने के लिए यहां डॉक्टरों की फौज खड़ी कर दी गई। यह सारे आरोप इन्होंने सीएम के समक्ष लगाए हैं। इनका कहना है कि अगर झाबे राम को समय रहते शिमला रैफर कर दिया जाता तो उनकी जान बच सकती थी।
वहीं परिजनों से मिलकर उनकी बात सुनने के तुरंत बाद सीएम जयराम ठाकुर ने सीएमओ मंडी से सारा स्पष्टीकरण मांगा। सीएमओ मंडी ने सीएम को बताया कि जो टेस्ट किए थे उनकी रिपोर्ट किसी दूसरे स्थान से आनी थी और उसमें थोड़ा समय लगता है। सीएम ने सीएमओ मंडी को निर्देश दिए कि अगर किसी को रैफर करने की जरूरत है तो उसे तुरंत प्रभाव से रैफर किया जाए और किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं जब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर लोगों ने सवालिया निशान लगाए हों। इससे पहले भी कई बार स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में घिर चुकी है।