नाहन, 20 फरवरी : शहर में पक्का टैंक के समीप एक दुकानदार बॉबी की सूझबूझ से जाली करंसी नोट चलाने की विफल कोशिश में पुलिस परतें उधेड़ने में लगी हुई है। बीती देर शाम पुलिस ने उत्तराखंड सहजपुर से 23 व 24 साल के दो अन्य आरोपियों को भी काबू किया है। इस मामले में सूत्रों की माने तो युवकों द्वारा एक बार में 8 स्टांप पेपर से 2 -2 हजार के पांच जाली करंसी नोट छापे जाते थे। बाजार में इसकी खपत करने के बाद अगला टास्क शुरू किया जाता था।
शुरुआती चरण में पुलिस के हत्थे 21 साल का निखिल चढ़ा था। वो पक्का टैंक के नज़दीक दुकान में 2000 का जाली नोट चलाने की कोशिश कर रहा था। इसकी सूचना बॉबी ने पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने तार जोड़ने शुरू किए तो एक नाबालिग भी कब्ज़े में आया। नाबालिग से पूछताछ की गई, लेकिन उसे रिहा कर दिया गया। इसके बाद अगले चरण में पुलिस ने उत्तराखंड के सहजपुर से दो युवकों अनुराग व सोहेल को गिरफ्तार किया है।
साथ ही जाली करंसी तैयार करने के लिए इस्तेमाल उपकरणों का ज़ख़ीरा भी बरामद किया है। इसमें प्रिंटर, स्कैनर, लैपटॉप के अलावा एक आयरन प्रेस भी है। जाली नोट को प्रिंट करने के बाद इसे प्रेस भी किया जाता था।
इसके अलावा टेप का भी इस्तेमाल किया जाता था। जाली करंसी को बाजार में चलाने के बाद जुटी असली करेंसी व ख़रीददारी से जुटे सामान को आरोपियों द्वारा आपस में बांट लिया जाता था। इस मामले में पुलिस को एक अन्य आरोपी की भी तलाश है, ताकि यह पता चलाया जा सके कि क्या यह बड़ा नेटवर्क है या फिर इन युवकों द्वारा ही संगठित होकर तकनीक का इस्तेमाल कर जाली करेंसी को प्रिंट किया जा रहा था।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पुलिस के शिकंजे में आए तीन युवकों द्वारा अब तक कितने जाली करंसी को छापा जा चुका है। बताया ये भी जा रहा है कि जाली करंसी को नाहन में चलाने की कोशिश पहली बार की गई थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा ने कहा कि जांच जारी है।