रिकांगपिओ, 17 फरवरी : तपेदिक मुक्त बनाने के दृष्टि गत केन्द्रीय दल की एक टीम डाॅ. अशोक भारद्वाज की अगुवाई में किन्नौर जिला का दौरा किया। केन्द्रीय दल ने जिला में पहले से ही तपेदिक रोग को रोकने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे तपेदिक दल से जिले में तपेदिक की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। केन्द्रीय दल ने जिला के विभिन्न दवा विक्रेताओं, निजी क्लीनिक संचालको, चिकित्सकों तथा तपेदिक का उपचार करवा रहे मरीजों से भी जानकारी हासिल की।
केन्द्रीय दल को जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा जिले में तपेदिक रोगियों की जानकारी दी गई। इस दौरान केन्द्रीय दल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उरनी तथा काफनू गांव का भी दौरा किया। केन्द्रीय दल में नोडल अधिकारी व इंदिरा गांधी मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अनमोल गुप्ता, विश्व स्वास्थ्य संगठन के परामर्शक डाॅ. किरण और डाॅ. प्रतीश भी शामिल रहे।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी भी केन्द्रीय दल के साथ रही। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी ने कहा कि इन दिनों राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का एक अन्य दल पूह व सांगला ब्लाॅक के दौरे पर है। इस दल ने भी जिला में तपेदिक रोग से निकलने के लिए दी जा रही सुविधाओं की जानकारी हासिल की। इस दल में जिला तपेदिक अधिकारी शिमला डाॅ. अशोक चौहान , डाॅ. रमेश सिंह, जिला तपेदिक अधिकारी किन्नौर डाॅ. सुधीर नेगी शामिल थे।
इस दौरान प्रोफसर अशोक ने बताया कि तपेदिक को लेकर की जा रही गतिविधियों में किन्नौर जिला देश भर में पहले स्थान पर है। इसी को सत्यापित करने के लिए आज यह दल जिला पहुंचा है। दल ने यह भी जांचा की जिला तपेदिक मुक्त होने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति के लिए भी एक अन्य दल बनाया गया है। इस दल में नेर-चौक स्थित मेडिकल काॅलेज के डाॅ. अक्षय मिन्हास व आईजीएमसी शिमला के डाॅ. राकेश ठाकुर शामिल हैं।
इस दौरान दल द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में टीबी उन्मूलन को लेकर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें तीनों ब्लाक सांगला, पूह व निचार के खंड चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षक, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।