शिमला, 16 फरवरी : हालांकि वैश्विक महामारी को लेकर राज्य में मंदिरों के कपाट 10 सितंबर 2020 को ही खोल दिए गए थे, लेकिन कई प्रतिबंध जारी थे। अब राज्य सरकार ने नई अधिसूचना में प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटा दिया है। यह अधिसूचना मंगलवार से लागू होती हुई नजर आई। अब श्रद्धालु मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकेंगे। व्यक्तिगत पूजा के अंतर्गत रीति-रिवाज भी निभाए जा सकेंगे। मंदिर स्टाफ व श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन, मुंडन इत्यादि को भी करवाया जा सकता है।
गर्भगृह में भी प्रवेश की अनुमति दे दी गई है, मगर इसमे मंदिर ट्रस्ट द्वारा गर्भगृह में प्रवेश करने वालों की संख्या की समीक्षा की जाएगी। हवन भी करवाए जा सकते हैं। मंदिर में प्रसाद चढ़ाने की भी अनुमति जारी कर दी गई है। मंदिर में चुनरी, झंडा व सूखे मेवे इत्यादि चढ़ाने की भी अनुमति होगी। लंगर व भंडारे भी आयोजित हो सकेंगे। इसके लिए बैठने की क्षमता का आंकलन होगा। मंदिर परिसर में रात्रि ठहराव भी हों सकेंगे। खास बात यह है कि मंदिरों के खुलने की खबर बसंत पंचमी के मौके पर आई है। यह अलग बात है कि सरकार द्वारा इस अधिसूचना को सोमवार को जारी किया गया था।