सोलन, 16 फरवरी : विद्या व ज्ञान की देवी मां सरस्वती का महापर्व बंसत पंचमी पूर्ण श्रद्धा व हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम राजकीय संस्कृति महाविद्यालय में आयोजित किया गया। संस्कृति अकादमी एंव संस्कृत महाविद्यालय के सयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में ज्ञान की देवी मां सरस्वती की अराधना की गई। जहां पर वैदिक मंत्रोउच्चारण के बीच संस्कृत के विद्वानों एंव विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की संस्कृत श्लोकों से स्तुती की। इस अवसर पर पारंपरिक विधी से पूजा-अर्चना एंव यज्ञ का आयोजन किया गया।
इस दौरान उपस्थित लोगों ने विद्या, वाणी, संगीत की देवी मां शारदा से ज्ञान की कामना की। जैसा की कहा गया है कि विद्या ददाति विनयम अर्थात विद्या से विनम्रता आती है। आज के इस अवसर पर सभी ने यह प्रण लिया कि वह ज्ञान अर्जन कर विनम्रता पूर्वक ज्ञान बांटे ना कि ज्ञान के अहंकार में अपना बौद्विक विकास रोक दे। वहीं इस अवसर पर संगीत प्रेमियों ने स्वर की देवी मां सरस्वती का गीत संगीत एंव वाद्य यंत्र वादन से मां का गुणगान किया। वहीं भाजपा महिला मोर्चा मंडल ने भी अध्यक्षा रिया शर्मा की अगुवाई में माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की और सभी के लिए विद्या दान की कामना की गई।
इस अवसर पर रिया शर्मा ने बताया कि हिन्दू धर्म में मान्यता है कि मां सरस्वती की आराधना से बुद्धि निर्मल होता है और विद्या की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में उल्लेख है कि विद्यादायिनी के पूजन और आराधना को अबूझ मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है। हिमाचल संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ. केश्वा नंद कौशल व बिहारी लाल शर्मा ने बताया कि विद्या व ज्ञान की देवी मां सरस्वती के प्रमुख दिवस पर संस्कृत महाविद्यालय में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना विधिवत की गई। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती विद्या, ज्ञान, वाणी देती है यदि ये ना हो तो मनुष्य का जीवन सुंदर नहीं होता।
वहीं छात्र छात्राओ ने बताया कि उन्होंने मां सरस्वती की उपासना कर अपने लिए विद्या ज्ञान की कामना की है। व नये सत्र से पहले मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर अपने बेहतर भविष्य की कामना की है।