हरिपुरधार सुरेंद्र/चौहान : कॉलेज में खाली पदों को भरने को लेकर संगड़ाह में तो एबीवीपी की भूख हड़ताल समाप्त हो गई है। मगर हरिपुरधार में छात्रों ने खाली पदों को लेकर हड़ताल व अनशन की तैयारी शुरू कर दी है। डिग्री कॉलेज हरिपुरधार में पहले ही प्रिंसीपल समेत अंग्रेजी, हिंदी, कॉमर्स, फिजिक्स, मैथ, कैमेस्ट्री, तबला वादक व सुपरिडेंट समेत दर्जन भर पद पहले ही खाली पड़े है।
हैरानी की बात यह है कि सरकार ने 2 प्रोफेसरों को सप्ताह में 4 दिनों के लिए संगड़ाह कॉलेज में डेप्यूट कर दिया है। डिग्री कॉलेज हरिपुरधार में प्रिंसिपल का पद मार्च 2019 से, अंग्रेजी का अप्रैल 2019, हिंदी का जुलाई 2020, कॉमर्स का 1 पद अप्रैल 2016, डिप्टी सुपरिडेंट का 2016 से फ़िज़िक्स, केमेस्ट्री व मैथ के प्रोफेसर 2013 से खाली पड़े है। सरकार खाली पड़े पदों को तो नही भर रही है, यहां पर जो बचा स्टाफ है उसे भी इधर-उधर करने के प्रयास में जुटी है। हाल ही में 2 प्रवक्ताओं को संगड़ाह डेप्यूट करने से अभिभावकों व छात्रों में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है।
सरकार के फैसले से नाराज छात्रों ने भूख हड़ताल व अनशन की धमकी दी है। छात्रों ने मांग की जिन प्रवक्ताओं को संगड़ाह डेप्यूट किया है, यदि उन्हें जल्द वापस न भेज गया तो वह भूख हड़ताल करके अपना विरोध दर्ज करेंगे। पीटीए अध्यक्ष सुरेंद्र चौहान राजपूत ने बताया कि 11 महीने कोरोना के चलते कॉलेज में पढ़ाई पूरी तरह से बाधित रही। अप्रैल में परीक्षाएं होनी है मगर सरकार ने 2 प्रवक्ताओं को संगड़ाह भेज कर अन्याय किया है। पीटीए इस अन्याय को कतई सहन नही करेंगे। कॉलेज में खाली पड़े पदों को लेकर जल्द ही पीटीए भी सड़को पर उतरेगा।