सुंदरनगर, 12 फरवरी : अभिवावक मंच के बैनर तले शुक्रवार को सुंदरनगर में निजी स्कूलों के अभिभावकों ने जवाहर पार्क से एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली और नारेबाज़ी करते प्रदर्शन किया। इस दौरान अभिभावकों ने सरकार से निजी स्कूल की मनमानी व वार्षिक फीस की ज़बरदस्ती वसूली पर रोक लगाने, पुराने कानून में संसोधन करने की मांग उठाई। और अभिभावकों ने नायब तहसीलदार के माध्यम से शिक्षा मंत्री, उपायुक्त मंडी, उच्च व प्राथमिक उपनिदेशक शिक्षा विभाग सहित एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर जानकारी देते हुए अभिभावक हिमाचल ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 के दौर में स्कूल बन्द रहे। इस दौरान गेम, सेलिब्रेशन, लाइब्रेरी, साइंस लैब, कम्प्यूटर, डिजिटल क्लास, सॉफ्टवेयर सहित किसी सुविधा का उपयोग नही किया गया। बावजूद इसके स्कूलों द्वारा वार्षिक शुल्क की मांग की जा रही है।
उन्होंने कहा की स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों का रिजल्ट एड मिशन व ट्यूशन फीस अदा ना करने के चलते रोक दिया गया है उन्हें स्कूल व्हाट्सएप्प ग्रुप्स से भी बाहर किया जा रहा है। परिजनों को रिजल्ट लेने के लिए मैसेज भेज स्कूल बुला कर पहले संपूर्ण फीस जमा करवाने को बाध्य किया जा रहा है।
अभिभावक हिमाचल ठाकुर ने कहा कि अगर जल्द ही इन स्कूलों द्वारा मनमानी पर रोक नहीं लगाई गई तो उन्हें अपने आंदोलन को और तेज कर बच्चों को इन स्कूलों से हटाकर सरकारी स्कूलों में दाख़िला करवाना पड़ेगा।
उधर, नायब तहसीलदार प्रेम सिंह ने कहा कि अभिभावकों को पेश आ रही समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना गया है। शीघ्र ही एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें सुंदरनगर के सभी निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य व अभिभावकों को बुला कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।