बिलासपुर, 5 फरवरी: खाकी ने 36 साल के एक शख्स को हाथ-पांव बांध कर बेरहमी से मौत देने वालों को 24 घंटे के भीतर ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इसमें एक महिला भी काबू की गई है। शुरूआती जांच में पुलिस के लिए ये मामला टेढ़ी खीर साबित हो सकता था, क्योंकि मरने वाले शख्स की शिनाख्त नहीं थी। मगर पुलिस ने सूझ बूझ का परिचय देकर न केवल मृतक की शिनाख्त की, बल्कि हथियारों को भी दबोच लिया है।
वीरवार को शिमला-मटौर हाईवे पर दल्ली के समीप एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। चूंकि हाथ-पांव बंधे हुए थे। साथ ही सिर पर चोट के निशान भी थे। लिहाजा, पुलिस पलक झपकते ही समझ गई कि मामला हत्या का है। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर के रहने वाले 36 वर्षीय राम राज यादव के तौर पर की गई थी। शव को भाई व जीजा ने पहचान लिया था। मृतक की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी मुजफ्फरनगर में दर्ज हुई थी। शक के आधार पर बिलासपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से 21 वर्षीय आदिल निवासी बिजनौर व फरहा उर्फ तमन्ना निवासी बरेली को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों द्वारा 28-29 जनवरी की रात कंदरौर से शिमला हाईवे पर दल्ली के समीप राम राज यादव को मौत के घाट उतारने के बाद शव को खाई में फेंक दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों उत्तर प्रदेश भाग गए थे। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में मामला स्पष्ट तौर पर अवैध संबंधों से जुड़ा ही माना जा रहा है। एएसपी अमित शर्मा ने पुष्टि की है।