नाहन, 3 फरवरी : हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ की नाहन यूनिट ने बिजली संशोधन बिल-2021 और स्टेंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट के खिलाफ नाहन में रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने नए बिजली बिल के दोषों को भी गिनवाया। संघ की नाहन यूनिट के पदाधिकारियों के नेतृत्व में बुधवार को यह प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रीय समन्वय समिति के आहवान पर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। साथ ही सरकार से बिजली कानून में प्रस्तावित संशोधन को तुरंत वापिस लेने की मांग की।
बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ का कहना था कि निजीकरण के बाद बिजली महंगी हो जाएगी। साथ ही युवाओं के लिए नियमित नौकरी के अवसर भी खत्म होंगे। लिहाजा यह बिल किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं है। बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष हुक्म सिंह राणा ने कहा कि अमेंडमेंट बिल के लागू होने से बिजली महंगी हो जाएगी। साथ ही इस बिल के लागू होने से कमर्शियल उपभोक्ताओं की बजाए डोमेस्टिक उपभोक्ताओं पर अधिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने बिल के लागू होने से उपभोक्ताओं पर पड़ने वाली मार को देखते हुए सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की है। वहीं बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ ने आम लोगों से भी इस बिल को वापिस करवाने के लिए यूनियन को सहयोग देने की अपील की है।
संघ की एग्जीक्यूटिव मेंबर आदर्श मेहता ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बिल को वापस करने में उनका सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यदि यह बिल लागू हो जाता है, तो उपभोक्ताओं को बिजली के भारी बिल आने की संभावना है। साथ ही हरियाणा और पंजाब की तर्ज पर बिजली यहां बहुत महंगी हो जाएगी। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बिजली बोर्ड को निजी हाथों में न सौंपा जाए। साथ ही उन्होंने बिजली बोर्ड में खाली पड़े पदों को भरने के लिए आउट सोर्स के बजाएं अनुबंध पर रखने की मांग भी की है।