मंडी, 3 फरवरी : डुप्लीकेट एटीएम बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का गोरखधंधा उत्तर भारत के सात से अधिक राज्यों में फैला हुआ है। हैरान करने वाली बात यह भी है कि इस गोरखधंधे को अंजाम देने वाले सभी युवा 20 वर्ष से भी कम आयु के हैं। यह खुलासे आज एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने आयोजित पत्रकार वार्ता में किए।
बता दें कि पिछले कल जिला पुलिस ने मंडी शहर में डुप्लीकेट एटीएम बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इनसे पुलिस को अभी तक 2 स्कीमिंग डिवाईस, 7 सिम कार्ड, 3 मोबाईल फोन, 25 एटीएम कार्ड और 2 लाख 89 हजार की नकदी बरामद हुई है। यह तीन युवा बीती 28 जनवरी को पठानकोट से होते हुए मंडी आए थे और यहां एक होटल में रूके हुए थे। 31 जनवरी और 1 फरवरी को यह कुल्लू भी गए थे। एसपी ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में इन युवाओं ने खुद को हरियाणा का रहने वाला बताया है और यह भी बताया कि इनकी यह ठगी जम्मू कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में चल रही थी। हिमाचल में अभी इनका आगमन हुआ ही था कि पुलिस ने इन्हें धर दबोचा है।
इन युवाओं ने किसी सॉफ्टवेयर की मदद से स्कीमिंग डिवाईस बनाए हैं। जिनके पास जीएसएम चिप वाले एटीएम नहीं हैं यह उन्हीं को अपना शिकार बना रहे हैं। एटीएम रूम में पहले से अपनी मौजूदगी रखते हुए यह युवा मदद के बहाने से एटीएम को लेकर उसे स्कैन कर देते हैं और चुपके से उसका पिन भी देख लेते हैं। उसके बाद यह उसका डुप्लीकेट एटीएम बनाकर फिर ठगी को अंजाम देते हैं। जिला में अभी तक ऐसी दो शिकायतें आई हैं जिन पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। इनके निशाने पर हिमाचल प्रदेश स्टेट को-आप्रेटिव बैंक के ही एटीएम थे। इसमें मंडी और सुंदरनगर के एटीएम मुख्य रूप से शामिल हैं।
शालिनी अग्निहोत्री ने लोगों से अपील की है कि वह किसी भी अंजान व्यक्ति को अपना एटीएम न दें और न ही पिन बताएं। उन्होंने बताया कि युवा किस तरह से धोखाधड़ी कर रहे थे उसको लेकर पूरा एक डैमो वीडियो बनाकर लोगों को इस फ्रॉड के प्रति जागरूक किया जाएगा।