सोलन, 1 फरवरी : जनपद में जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की हाॅट सीट पर सत्तारूढ़ राजनीतिक दल ने कब्जा कर लिया है। इसके लिए भाजपा को निर्दलीयों का सहारा लेना पड़ा। 17 में से भाजपा ने 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि चार बागी प्रत्याशी चुनाव जीत गए। सोलन में सबसे उलटफेर यह रहा था कि 8 निर्दलीयों ने चुनाव जीता था। कांग्रेस को मात्र 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।
भाजपा ने 7 निर्दलीयों का समर्थन जुटाने के बाद 14 सदस्यों की मौजूदगी में आज अपना बहुमत साबित कर दिया। इसमें रमेश ठाकुर को अध्यक्ष पद की कुर्सी मिली है, जबकि उपाध्यक्ष के पद पर कमलेश कुमारी को निर्वाचित किया गया है। अहम बात यह रही कि कांग्रेस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार उतारने की हिम्मत नहीं जुटा पाई, क्योंकि पैदा हुए समीकरण साफ इंगित कर रहे थे कि ऐसा करने पर कांग्रेस की जबरदस्त किरकिरी हो सकती है। सोलन भाजपा के समर्थित जिला परिषद सदस्यों ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी। जिला परिषद की सत्ता से कांग्रेस की विदाई हुई है। जीत मिलने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला परिषद कार्यालय से रैस्ट हाउस तक जीत के जश्न की रैली भी निकाली।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल ने कहा कि ये सब कार्यकर्ताओं की मेहनत का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि 2022 का चुनाव अब निकट आ रहा है, लिहाजा मिशन रिपीट में कार्यकर्ताओं को जुटना होगा। बता दें कि मुख्यमंत्री से मिलने के लिए 10 सदस्य शिमला गए थे, मगर आज आंकड़ा बढ़कर 14 हो गया। बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव जीती आशा परिहार व अमर सिंह ठाकुर के अध्यक्ष पद की दौड़ को भांपते हुए भाजपा ने अपने ही स्तर पर जिला परिषद बनाने की कोशिश शुरू कर दी थी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि निर्दलीयों ने भाजपा का समीकरण बिगाड़ दिया था, लेकिन सत्तारूढ़ राजनीतिक दल ने डैमेज कंट्रोल बखूबी कर दिखाया।