शिमला, 01 फरवरी : कोरोना महामारी के कारण मार्च महीने में बंद होने के बाद 11 महीने बाद सोमवार को फिर हिमाचल के स्कूल विद्यार्थियों से गुलजार दिखाई दिए। राज्य सरकार के आदेश के बाद ग्रीष्मकालीन स्कूलों का संचालन शुरू हो गया है। फिलहाल पांचवीं और आठवीं से लेकर बारहवीं कक्षाओं के ही विद्याथियों के लिए ही स्कूल खोले गए हैं। इन कक्षाओं के विद्यार्थी आज मास्क लगाकर स्कूल पहुंचे।
स्कूल गेट पर विद्यार्थियों के हाथों को सैनिटाइज किया तथा उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद उन्हें स्कूल में प्रवेश करने दिया गया। कक्षाओं में भी सीटिग व्यवस्था पहले से बदली दिखी। शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए बच्चों को कक्षा में बैठाया गया। लंबे समय बाद विद्यालय खुलने के कारण बच्चे काफी उत्साहित नजर आए। हालांकि पहले दिन विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति अधिक नहीं रही। कोरोना महामारी को देखते हुए स्कूलों में प्रार्थना सभाओं और खेल-कूद गतिविधियों पर रोक रहेगी।
कोरोना के मामले बढ़ने से मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के स्कूलों को आगामी सात फरवरी तक बंद रखा गया है। पिछले दो दिन में इन स्कूलों के 41 शिक्षक कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।
राज्य उच्चतर शिक्षा निदेशक डॉक्टर अमरजीत सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देशों के अनुसार ग्रीष्मकालीन स्कूलों में छह कक्षाओं का संचालन हो गया है। एसओपी के तहत नियमित कक्षाएं लगेंगी। हर स्कूल ने विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से माइक्रो प्लान तैयार किए हैं। स्कूलों में आने के लिए विद्यार्थियों पर कोई दबाव नहीं होगा तथा हाजिरी की अनिवार्यता भी नहीं रहेगी। पहले की तरह स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में सोमवार से इंजीनियरिंग, बहु तकनीकी कॉलेज और आईटीआई भी खुल गए हैं। इन संस्थानों में भी एसओपी के तहत कक्षाएं लगाई जा रही हैं। प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में आठ फरवरी से नियमित कक्षाएं लगेंगी और शीतकालीन स्कूलों में 15 फरवरी से नियमित कक्षाएं लगाई जाएंगी।