रामपुर/मीनाक्षी भारद्वाज
जिला शिमला के रामपुर में 10 साल के एक बालक की सतलुज नदी में पैर फिसलने से दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के जवानों ने बालक को बचाने का भरसक प्रयास किया। बच्चे को डूबता देख रामपुर पुलिस के हैडकांस्टेबल आत्मा राम ने नदी में छलांग लगा दी और उसे नदी से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक किशोर दम तोड़ चुका था। यह घटना बुधवार को दिन के वक्त हनुमान घाट के पास पेश आई।
जानकारी अनुसार होशियारपुर निवासी ज्ञानी का परिवार कबाड़ काम करता है। उसका परिवार नोगली के समीप किराए पर रहता है। उनके दोनों बेटे बुधवार को हनुमान घाट के पास सतलुज नदी किनारे बिखरी पड़ी बोतलें उठा रहे थे। इसी दौरान उनका 10 वर्षीय बेटे करण का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गया। करण के नदी में डूबने से उसका बड़ा भाई चिल्लाया तो वहां गश्त कर रही पुलिस का एक जवान बच्चे को बचाने के नदी में कुद गया और कड़ी मशक्कत के बाद बालक को नदी से बाहर निकाला गया। दुखद बात यह रही कि किशोर को नहीं बचाया जा सका। बालक की मौत की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। मौत की खबर सुनते ही परिवार में मातम पसरा हुआ हैं।
डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि शव का कल पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इस घटना को लेकर सीआरपीसी 174 के तहत केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।