नाहन, 25 जनवरी : क्या सिरमौर में कांग्रेस अपने कैंप के 8 जिला परिषद सदस्यों में सेंधमारी को रोक पाएगी या नहीं। इस बात को लेकर सोशल मीडिया में तो सवाल उठ ही रहे हैं, साथ ही हर किसी की जुबान पर जोड़-तोड़ की बात चल रही है। अब अगर बात की जाए तो शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान के पास जिला परिषद के दो सदस्य हैं। पांवटा साहिब कांग्रेस के पास भगानी व माजरा वार्ड के विजयी उम्मीदवारों की जिम्मेदारी है। यह अलग बात है कि माजरा का एक हिस्सा नाहन हलके में है।
वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह को रामपुर भारापुर सीट को सुरक्षित रखना होगा। बेशक ही इस सीट में श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा भी आता है, लेकिन मतदाताओं की संख्या में ज्यादा हिस्सेदारी नाहन हलके की है। उधर, श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार को नौहराधार वार्ड के विजयी उम्मीदवार को कैंप में बरकरार रखना है। जहां तक पच्छाद हलके की बात है तो राजगढ़ उपमंडल की एक सीट के अलावा पार्टी ने नारग सीट को भी जीता है। यानि, गंगूराम मुसाफिर के पाले में भी दो सीटें हैं। देखना ये होगा कि कांग्रेस अपनी 8 सीटों को बनाए रखने के बाद बागपशोग से जीती निर्दलीय उम्मीदवार नीलम शर्मा को अपने पाले में लाकर बहुमत साबित कर पाएगी या नहीं। अलबत्ता इतना जरूर है कि बीजेपी ने भी घुटने नहीं टेके हैं।
सोमवार को ही पांवटा साहिब में एक पत्रकारवार्ता के दौरान ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने खुलकर कहा था कि भाजपा ही जिला परिषद पर कब्जा करेगी। अब कैसे करेगी, इसका खुलासा तो नहीं किया था, लेकिन इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में खासी चर्चा है। अहम बात यह है कि बीजेपी व कांग्रेस ने जिला परिषद के प्रत्याशियों की घोषणा बाकायदा सोशल मीडिया के अलावा प्रेस के माध्यम से भी की थी। इतना तो तय है कि भाजपा उसी सूरत में जिला परिषद की सत्ता पर कब्जा करेगी, अगर कांग्रेस के पाले में सेंध लग जाए। फिलहाल बीजेपी में संगड़ाह वार्ड से जीती सीमा कन्याल को हाॅट सीट का फं्रट रनर माना जा रहा है। लेकिन बताया ये भी जा रहा है कि बनकला वार्ड से जीती महिला भी ओबीसी से है, लिहाजा भाजपा में दो चेहरे हैं।
चूंकि जिला परिषद के सदस्यों की शपथ ग्रहण का कार्यक्रम 30 जनवरी को निर्धारित हुआ है, लिहाजा सेंधमारी या फिर जोड़-तोड़ का काफी स्कोप है।