ज्वालाजी, 24 जनवरी : अपने लिए तो हर कोई जीता है, लेकिन जीना उसी का सफल है जो मुसीबत में दूसरों के काम आए और उसके दर्द को अपना समझ दूर करने की कोशिश करे। कुछ ऐसा ही कर रहे हैं 24 साल के युवा बिठुल। बेजुवानों के प्रति प्यार और सेवाभाव रखने वाले “बिठुल” को लोगों ने अब बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कांगड़ा जिला के उपमंडल ज्वालामुखी के तहत घुरकाल पंचायत के 24 वर्षीय युवा बिठुल पंचायत प्रधान बने हैं। पंचायत प्रधान बनकर बिठुल अब “बेजुबानों” के साथ लोगों की हर समस्या को दूर करने का प्रयास भी करेंगे।
ज्वालाजी की घुरकाल पंचायत के रहने वाले बिठुल स्नातक (बीएससी) हैं। बिठुल में समाजसेवा के साथ-साथ जानवरों को लेकर भी काफी प्यार है। बेजुबानों की सेवा के लिए उन्होंने हमेशा कदम बढ़ाया है। देश व प्रदेश में जब महामारी का शुरुआती दौर चला तो अपने घरों तक ही सीमित हो गए। ऐसे समय में बिठुल ने बेजुबान जानवरों के लिए फरिश्ता बनकर आगे आए।
कोरोना काल के दौरान बिठुल ने बीमारी, घायल व हादसे के शिकार पशुओं व जानवरों के जख्म भरने का काम किया। जानवरों के लिए संवेदनशीलता दिखाने वाले बिठुल धीरे-धीरे लोगों की पसंद बन गए। पंचायत के लोगों ने जब बिठुल की सामाजिक कार्यों के प्रति ललक देखी तो उन्होंने पंचायत का नेतृत्व बिठुल के हाथ देने का फैसला कर लिया और जीत का सेहरा इस युवा के सिर सजा दिया।
बेजुबानों की सेवा करने इस युवा की कांगड़ा पुलिस भी तरीफ कर चुकी है। बिठुल के पंचायत प्रधान बनने पर कांगड़ा के एसपी विमुक्त रंजन का कहना है कि बिठुल जैसे होनहार युवाओं को प्रतिनिधित्व मिलना सुखद है। लॉकडाउन में इस युवा ने जानवरों के लिए जिस तरह का प्रेम दिखाया था वह प्रशंसनीय है।
पंचायत चुनाव में चुने गए घुरकाल के नए प्रधान बिठुल का कहना है कि लोगों ने जिस उम्मीद के साथ प्रधान पद की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वह पूरा करने को प्राथमिकता देंगे। नशे के खिलाफ पूरी पंचायत में अभियान चलाया जाएगा। नशे के खात्मे के लिए पूरी पंचायत के लोगों को एकजुट किया जाएगा।
पंचायत के अलग-अलग वार्डों में हर महीने एक-एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। लोगों की हर समस्या का समाधान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।