नाहन, 23 जनवरी : हिमाचल प्रदेश खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर के गृह क्षेत्र में भाजपा ने जिला परिषद की दो सीटों को गंवा दिया है। बता दें कि शिलाई के विधायक रह चुके बलदेव तोमर को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का काफी करीबी माना जाता है। 2017 का चुनाव हारने के बावजूद पार्टी ने उन्हें बड़े ओहदे से अक्तूबर 2018 में नवाजा था। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस हलके में टिकट के उलटफेर की आशंका भी जाहिर की जाने लगी है।
चंद रोज पहले ही क्षेत्र के एक रिटायर्ड चीफ इंजीनियर की केंद्रीय वित राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात हुई थी। इसी के बाद से ही टिकट के उलटफेर की संभावनाएं भी जताई जाने लगी हैं। ग्वाली वार्ड से कांग्रेस की चमेली देवी ने 8642 मत प्राप्त कर 1159 मतों के अंतर से जीत हासिल की। वहीं, भाजपा की उर्मिला कुमारी को 7483 मतों पर संतोष करना पड़ा। कांडो भटनोल वार्ड पर कांग्रेस की विद्या देवी को 10222 वोट मिले, जबकि बीजेपी की चंद्रकला को 9186 मत प्राप्त हुए। जीत का अंतर 1036 का रहा।
ऐसी बढ़ी बीजेपी की धड़कनें…
दरअसल, शाम 6 बजे तक जिला परिषद की 17 में से 11सीटों के नतीजे घोषित हुए थे। इसमें कांग्रेस व भाजपा का 5-5 का आंकड़ा हो गया। अगर शिलाई क्षेत्र में भाजपा एक सीट जीतती तो स्कोर 6-4 का हो सकता था। लाजमी तौर पर आज भी आधी रात के बाद तक भी पार्टी नेताओं की बाकी 6 नतीजों पर नजरें टिकी रहेंगी। यहीं से जिला परिषद की सत्ता का फैसला होना है। उल्लेखनीय है बागपशोग सीट से निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल शर्मा ने चुनाव जीता है, जिन्होंने समर्थन को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। वो भी बाकी नतीजों पर नजरें टिकाए है। भाजपा को शिलाई में केवल इस बात की संजीवनी जरूर मिली है कि बीडीसी में सत्ता मिल सकती है। पार्टी ने 15 में से 10 सीटों पर जीत का दावा किया है।
ये है हलके का मैप…
शिलाई निर्वाचन क्षेत्र में ग्वाली, कांडो भटनोल व शिल्ला की जिला परिषद सीटें आती हैं। जबकि कमरऊ सीट पर 5 पंचायतों का ताल्लुक इस हलके से है। बाकी 11 पंचायतें पांवटा विकास खंड की हैं। अब देखना ये बचा है कि शिल्ला सीट जीत कर बीजेपी स्कोर को 2-1 कर पाती है या नहीं।