लडभड़ोल (मंडी)/लक्की शर्मा
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव 2021 के सभी चरण पुरे हो चुके है। इन चुनावों में लडभड़ोल क्षेत्र से भी कुछ युवा चेहरे चुनकर आए है। वहीं लडभड़ोल क्षेत्र की एक ऐसी पंचायत भी है जो इन पंचायत चुनावों में सबसे युवा प्रधान चुने जाने का गौरव हासिल कर सकती है। हालांकि सबसे युवा प्रधान होने की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पिछले पंचायत चुनावों की बात करें तो मंडी जिला के सराज क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत थरजून से जबना चौहान चुनकर आई थी। जबना चौहान को उस वक्त देश की सबसे युवा सरपंच होने का खिताब मिला था और यह खिताब मौजूदा समय में भी बरकरार है। जब जबना चौहान बतौर पंचायत प्रधान चुनी गई थी तो उस वक्त उसकी उम्र 21 साल 2 महीने थी।
बता दें कि इससे पहले रोहड़ू उपमंडल की ब्रासली पंचायत की सोनिका महज 21 साल 6 महीने में प्रधान पद पर नियुक्त हुई लेकिन आंचल ने उनका भी रिकॉर्ड तोड़ इस चुनाव की सबसे युवा प्रधान बन गई ।है
अब लडभड़ोल क्षेत्र की एक युवा प्रधान ने दूसरे पायदान पर अपना नाम दर्ज करवा लिया है। अब लडभड़ोल क्षेत्र की नव निर्मित रक्तल-बघैर पंचायत की नवनिर्वाचित प्रधान आंचल कुमारी से 21 साल 4 महीने की उम्र में प्रधान चुनी गई है। लडभड़ोल क्षेत्र में आंचल कुमारी ने प्रधान बनकर जिले में नया इतिहास रचा है। लडभड़ोल क्षेत्र में तो अब तक 21 साल का कोई भी प्रधान नहीं बना था। आंचल कुमारी जोगिंद्रनगर से स्नातक की पढ़ाई पूरी कर रही हैं।
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आंचल ने बातचीत में बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि पंचायत के लोगों ने एक युवा उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताया है। बता दें कि रक्तल-बघैर पंचायत इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित हुई थी। आंचल ने भी बतौर उम्मीदवार अपना नामांकन भरा था। उनके साथ एक अन्य महिला रीता देवी मैदान में थी। रीता देवी को 239 वोट मिले जबकि आंचल को 281 वोट मिले और इस तरह से आंचल ने 42 वोटों से जीत दर्ज की है। आंचल ने कहा की अपनी पंचायत के विकास में वह कभी पार्टी को बीच में नहीं लेकर आएंगी बल्कि पूरी पंचायत का एक समान दृष्टि से विकास करवाएंगी।