शिमला, 20 जनवरी : वाईएस परमार विश्वविद्यालय सोलन के परिसर में फर्जी तरीके से स्कूल चलाने के आरोप में विजिलेंस ने दिल्ली के रहने वाले 3 व्यक्तियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। ये चार्जशीट सीजेएम सोलन की अदालत में दाखिल हुई है। विजिलेंस ने सात वर्ष पूर्व 2014 में इन तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की थी।
मामले के अनुसार दिल्ली के तीन निवासियों ने स्कूल के प्रबंधन के साथ धोखाधड़ी की थी, जिसे डॉ. यशवंत सिंह परमार विश्वविद्यालय वानिकी और कृषि विश्वविद्यालय नौणी द्वारा दिल्ली चिन्मय सेवा ट्रस्ट को दिया गया था। इस स्कूल का मकसद स्टाफ के बच्चों को शिक्षा देना था। विजिलेंस ने चार्जशीट दायर की है कि दिल्ली के तीन व्यक्तियों ने धोखाधड़ी से दिल्ली चिन्मय सेवा ट्रस्ट के स्कूल के डॉ के परिसर पर कब्जा कर लिया था, जो विश्वविद्यालय द्वारा ट्रस्ट को दिया गया था। तीनों विश्वविद्यालय के अधिकारियों की मिलीभगत से व्यावसायिक आधार पर बोर्डिंग स्कूल चला रहे थे।
जांच में पाया गया कि 1992 में विश्वविद्यालय और ट्रस्ट के बीच एक समझौते को अंजाम दिया गया था, जिसके परिसर में 10 एकड़ के साथ तीन मंजिला स्कूल भवन को ट्रस्ट द्वारा विश्वविद्यालय को लीज पर 99 साल के लिए नाममात्र के लिए एक साल के लिए दिया गया था, लेकिन कोई लीज डीड वास्तव में निष्पादित और पंजीकृत नहीं था। तत्कालीन ट्रस्ट प्रमुख ने 2000 में आरोपी के साथ एक समझौता किया, जिसके परिणामस्वरूप स्कूल का प्रबंधन उस व्यक्ति को विश्वविद्यालय के ज्ञान के बिना स्थानांतरित कर दिया गया।
जांच में सामने आया कि मुख्य अभियुक्तों ने अपने स्वयं के रिश्तेदारों और परिचितों को स्कूल चलाने के लिए प्रेरित किया और धीरे-धीरे स्कूल को हॉस्टल आवास का निर्माण करके एक व्यावसायिक उद्यम में बदल दिया, जबकि स्कूल का वास्तविक उद्देश्य विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षित करना था और इस प्रकार उनका उपयोग किया जाता था।
विश्वविद्यालय ने अदालत के समक्ष एक याचिका दायर की कि ट्रस्ट के खिलाफ उसने समझौते के उल्लंघन में विश्वविद्यालय के ज्ञान और सहमति के बिना किसी तीसरे पक्ष को स्कूल बेच दिया। ट्रस्ट स्कूल से तीसरे पक्ष को वापस लेने के लिए अदालत में भी गया था। विजिलेंस के एडीजी अनुराग गर्ग ने पुष्टि करते हुए बताया कि धोखाधड़ी के इस मामले में दिल्ली निवासी 3 व्यक्तियों के विरुद्ध गत 18 जनवरी को सोलन की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है।