शिमला, 18 जनवरी : हिमाचल में सताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस ने रविवार को हुए पंचायत चुनाव के पहले चरण के चुनावों में अपने समर्थित उम्मीदवारों की बड़ी जीत का दावा किया है। ये चुनाव 1228 पंचायतों में हुए और इस दौरान 78 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। हालांकि ये चुनाव पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़े गए थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने आज शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता मे अपनी पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवारों के अधिकतम सीटें जीतने का दावा किया। उन्होंने कहा कि 1228 पंचायतों में से 904 सीटों पर भाजपा समर्थित प्रधान चुनकर आए। इसी प्रकार 895 सीटों पर भाजपा समर्थित उप प्रधान जीत कर आए। उन्होंने बताया कि 73.61 प्रतिशत सीटों पर भाजपा समर्थित प्रधान व 72.88 प्रतिशत सीटों पर भाजपा समर्थित उप प्रधनो ने जीत दर्ज कर जीत का परचम लहराया जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि पंचायतीराज चुनावों के प्रथम चरण में भारतीय जनता पार्टी ने 12 प्रशासनिक एवं 17 संगठनात्मक जिलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि हमीरपुर में भाजपा के 81.01 प्रतिशत प्रधान और 87 प्रतिशत उप प्रधान जीत कर आए। इसी प्रकार चंबा में 77 प्रतिशत, नूरपुर में 68.42 प्रतिशत, जिला देहरा में 73.21 प्रतिशत, पालमपुर में 74.51 प्रतिशत कांगड़ा में 75.44 प्रतिशत कुल्लू में 58.75 प्रतिशत सुंदरनगर में 61.96 प्रतिशत, मंडी में 74.49 प्रतिशत, ऊना में 74.02 प्रतिशत बिलासपुर में 65 प्रतिशत, शिमला में 67.12 प्रतिशत , महासू में 58.45 प्रतिशत और किन्नौर में 67.12 प्रतिशत प्रधानों की सीटों पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों का कब्जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सिराज में 26 पंचायतों में चुनाव हुआ जिसमें से भाजपा ने प्रधान की 24 सीटें जीती और उप-प्रधान की 21 सीटें जीती। हमीरपुर में 14 पंचायतों में चुनाव हुआ जिसमें 14 प्रधान व 13 उप प्रधान की सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा।
सुरेश कश्यप ने कहा कि अर्की क्षेत्र में 24 पंचायतों में चुनाव हुआ जिसमें से भाजपा समर्थित 19 प्रधान और 17 उप प्रधानों ने जीत दर्ज की। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने भाजपा के इस आंकड़े को खारिज करते हुए कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत का दावा किया है। राठौर ने कहा कि पहले चरण में उसे बुरी तरह हार का मूंह देखना पड़ा है। लोगों ने भाजपा के तीन साल के कामकाज को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि भाजपा बताए कि मंडी संसदीय क्षेत्र के सासंद के बड़े भाई पंच तक का चुनाव कैसे हार गए, जबकि यह जिला मुख्यमंत्री का गृह जिला भी है।
कुलदीप राठौर ने कहा कि चंबा जिला में 75 प्रतिशत कांग्रेस समर्थित लोग चुन कर आये है। कांगड़ा में भी कांग्रेस ने बाजी मारी है। नूरपुर में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग हमारे जीते है। लाहुल स्पिति के काजा व लाहुल में कांग्रेस की जीत हुई है। कुल्लू जिला के मनाली से 75 प्रतिशत लोग हमारे जीते है। मंडी जिला 75 प्रतिशत और हमीरपुर जिला में 60 प्रतिशत से ज्यादा कांग्रेस के लोग चुन कर आये है। ऊना में 65 प्रतिशत के आसपास, सोलन में 67 प्रतिशत, सिरमौर में 65 प्रतिशत, शिमला जिला में 77 प्रतिशत कांग्रेस के लोग जीत कर आये है।