मंडी, 15 जनवरी : लंबे इंतजार के बाद बीती रात को कोरोना वैक्सीन मंडी में पहुंच गई है। चंडीगढ़ से मंडी के लिए रवाना की गई कोरोना वैक्सीन की गाड़ी सबसे पहले शिमला गई और वहां से रात करीब 7.45 पर मंडी के लिए रवाना हुई। रात करीब 11.45 पर यह गाड़ी जोनल अस्पताल मंडी के द्वार पर पहुंची जहां सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ठाकुर ने वैक्सीन को रिसीव किया। यहां पहले से ही कुल्लू, लाहौल स्पीति और बिलासपुर की गाडि़यां भी दवाई लेने के लिए पहुंच गई थी। जिन्हें तुरंत प्रभाव से लोड़ करके अपने-अपने गंतव्यों की तरफ रात 12 बजे रवाना कर दिया गया। जिला को कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड की 7200 डोज प्राप्त हुई है, जो सबसे पहले जिला के स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जाएगी। यह डोज कल यानी 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली लांचिंग के दौरान लगाई जाएगी। इसके लिए जोनल अस्पताल, मेडिकल कॉलेज नेरचौक, सिविल अस्पताल सुंदरनगर और सिविल हॉस्पिटल करसोग का चयन किया गया है।
जोनल हॉस्पिटल में पहले स्टाफ नर्स को, मेडिकल कॉलेज नेरचौक में एम्बुलेंस ड्राइवर, सुंदरनगर में लैब टेक्नीशियन और करसोग में आशा वर्कर को सबसे पहला इंजेक्शन लगाया जाएगा। सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि वैक्सीन को रखने के सभी पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। इसे 2 से 8 डिग्री के तापमान पर रखा गया है। वैक्सीन के आने से स्वास्थ्य विभाग सहित आम जनता का मनोबल बढ़ा है। चार चरणों में वैक्सीनेशन का कार्य पूरा किया जाएगा। जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य विभाग के 10 हजार कर्मियों को टीका लगेगा, जबकि दूसरे चरण में सफाई, पुलिस और प्रशासन के कर्मियों को।
वहीं तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु और गंभीर बिमारियों से ग्रसित लोगों को यह टीका लगाया जाएगा। जबकि चौथे चरण में आम लोगों को यह टीका लगाया जाएगा। उन्होंने लोगों से दवाई को लेकर फैलाई जा रही अफ़वाहों से भी बचने का आहवान किया है। उन्होंने कहा कि यह दवाई भारत की उच्च स्तर की लैब से प्रमाणित होकर आई है। इसकी गुणवत्ता पर किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए।