नाहन, 14 जनवरी : सिरमौर के रिमोट क्षेत्रों में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव की खुमारी परवान पर है। पंचायतीराज की सर्वोच्च संस्था जिला परिषद (डीडीसी) के चेयरपर्सन के कैंडिडेट के तौर पर कांग्रेस ने संगडाह वार्ड से मैदान में उतरी लता भारद्वाज के संकेत दिए हुए हैं। यही वजह है कि शिक्षित लता भारद्वाज को विरोधियों की तुलना में एक अतिरिक्त फायदा हो सकता है। ये पद, ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है। चूंकि कांग्रेस प्रत्याशी चेयरपर्सन की भी कैंडिडेट हैं, इसी के चलते एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने लता भारद्वाज से खास बातचीत की।
पेश है बातचीत के अंश…
सवाल : आप क्या करती हैं, राजनीति ज्वाइन करने का मकसद क्या है?
जवाब: मैं एक शिक्षित गृहिणी हूं। गांव के परिवेश में बड़ी हुई हूं। समस्याओं से परिचित हूं। समाज सेवा का अवसर तलाश रही थी। चुनाव के माध्यम से अवसर मिलता नजर आया। इस चुनौती को स्वीकार किया है।
सवाल : मतदाता आपको क्यों वोट डालेंगे?
जवाब : एक साधारण परिवार से संबंध रखती हूं। संगड़ाह क्षेत्र की बेटी हूं तो महल की पुत्रवधू हूं। 21 पंचायतों की धरातल पर समस्या से बखूबी वाफिक हूं। इन क्षेत्रों की समस्याएं भी अलग-अलग हैं। दोनों क्षेत्रों से ताल्लुक की वजह से महसूस करती हूं कि समस्याओं को सही तरीके से उठा पाऊंगी। इसके अलावा हरेक पंचायत में विधायक के विकास कार्य भी हैं। इस कारण भी मतदाता वोट डालेंगे।
सवाल : ऐसा माना जा रहा है कि आप कांग्रेस से डीडीसी चेयरपर्सन की कैंडिडेट हैं।
जवाब : फिलहाल हमारी प्राथमिकता चुनाव में जीत हासिल करने की है। जहां तक डीडीसी चेयरपर्सन का सवाल है तो इसका फैसला पार्टी को करना है। यदि मौका मिला तो पंचायतीराज की सर्वोच्च संस्था को शिखर पर ले जाने में कोई कोर-कसर नहीं छोडूंगी। डीडीसी की सीट ओबीसी के लिए आरक्षित है। रोस्टर में केवल संगड़ाह सीट को ही ओबीसी महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
सवाल : बीजेपी सत्ता में है, ऐसे में सत्ता प़क्ष का प्रचार प्रभावशाली रहता है। इसे कैसे काउंटर कर रही हैं।
जवाब : बीजेपी दुष्प्रचार कर रही है। यहां तक की अपने प्रत्याशी का गलत एड्रेस मतदाताओं को बताया जा रहा है। देवी-देवताओं की कसमें दिलाकर वोट के लिए मजबूर किया जा रहा है। मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता। देवी-देवताओं का आशीर्वाद सब पर होता है। सबको अपने कर्मों का ही फल भोगना होता है। जहां तक प्रचार का सवाल है तो हम विकास का एजेंडा सामने रख रहे हैं।
सवाल : क्या बीजेपी कैंडिडेट केंद्र सरकार की योजनाओं को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं?
जवाब : बीजेपी के पास स्थानीय स्तर पर कोई भी उपलब्धि नहीं है। यही कारण है कि केंद्र की योजनाओं का भी दुष्प्रचार कर वोट हासिल करने की कोशिश की जा रही है। उन योजनाओं की सच्चाई तो उससे भी भयावक है। फ्री में दिए गए सिलेंडर पर अब सब्सिडी बंद कर दी गई है। 400 रुपए में मिलने वाला सिलेंडर अब 800 रुपए में मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब लोगों ने लकड़ी के चूल्हे का वापस इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
सवाल : रेणुका जी क्षेत्र पिछड़े इलाकों में शुमार होता है। आपका विकास को लेकर क्या विजन है?
जवाब : डीडीसी जिला की सबसे बड़ी प्लानिंग करने वाली एजेंसी होती है। संगड़ाह वार्ड पर्यटन की दृष्टि से आपार संभावनाओं को दामन में समेटे हैं। कुछ ऐसे प्रोजैक्टस करना चाहती हूं, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले। साथ ही लोगों को घर पर ही स्वरोजगार के साधन सृजित करवाए जा सकें। अब भी कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां सड़कें नहीं हैं। युद्धस्तर पर गांवों को सड़कों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने के लिए कदम उठाने भी लाजमी है।