हमीरपुर, 13 जनवरी : प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव ने उपमंडल बड़सर की झंझियाणी पंचायत के तहत वार्ड-5 में मनसा राम और रणजीत सिंह से जुड़े मामलों में आज कार्रवाई की गई। चकमोह से बीडीसी प्रत्याशी वंदना कुमारी ने गत 8 साल से बिस्तर पर अधरंग व विविध किस्म के रोगों से पीड़ित मनसा को सरकारी खर्चे पर टांडा अस्पताल में भर्ती करवाने की अपील मुख्य सचिव को भेजी थी। मनसा राम को बिस्तर पर ही खाना खिलाने से लेकर शेष देखभाल का काम बेटी सुरेखा ठाकुर ही कर रही है। मनसा राम की पत्नी के देहांत के बाद पिछले 8 साल से सुरेखा ही इनके लिए एकमात्र सहारा है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद हेतु सुरेखा की मांग को वंदना ने मामला प्रदेश सरकार को भेजा था। इस बारे में मुख्य सचिव ने जिलाधीश व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फौरन कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई के बारे में प्रधान सचिव ने सराहनीय कहने की बात भी लिखी है।
रणजीत सिंह को राहत देने बारे मुख्य सचिव गंभीर…
उपमंडल बड़सर के ही झंझियानी गांव वार्ड-5 के निवासी रणजीत सिंह का तीन लाख रूपये मेडिकल क्लेम दो साल में जारी न किए जाने के मामले में जिलाधीश को इस मामले में कार्रवाई करने और कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजने के आदेश दिए हैं। मकान गिरने के कगार पर है और धराशायी हो रहे भवन को बांस के सहारे संभाल रहे रणजीत के पेट का बड़ा ऑपरेशन हुए 2 साल बीत गए। चकमोह से बीडीसी प्रत्याशी वंदना कुमारी ने यह मामला मुख्य सचिव को भेजकर उनके क्लेम जारी करने हेतु कार्रवाई की है।
रणजीत सिंह के मकान की दुर्दशा ऐसी है कि कब भवन सोए परिवार को दफन कर दे, कोई नहीं कह सकता। उनकी माता को पेट में बड़ी रसौली है और इलाज हेतु पैसे नहीं हैं। गिरते मकान को नए सिरे से बनवाने हेतु पंचायत ने एक लाख तीस हज़ार स्वीकृत करवाया है , मगर रणजीत सिंह के पास अपना कोई पैसा मौजूद नहीं और आचार संहिता के कारण मकान का काम शुरू नहीं हुआ है। इस बारे में भी जिलाधीश को कार्रवाई हेतु कहा गया है।
सड़क मामले में भी जिलाधीश देंगी रिपोर्ट…
झंझियानी में वार्ड-5 में सरकारी भूमि में तय सड़क रास्ता आज तक सड़क में तब्दील न हो सका। जेसीबी से कच्ची सड़क निकालने की कोशिश की मगर वह भी रोक दी गई। मरीज को कंधे पर उठाकर ले जाना ही एकमात्र हल है जिससे वार्ड 5 के लोग परेशान हैं। यह मामला भी मुख्य सचिव ने जिलाधीश को कार्रवाई हेतु दे दिया है।