सोलन, 03 जनवरी : हर कोई नए साल का जश्न हर कोई मना रहा है और इस मौके पर खुश है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के छात्र विशेष गर्ग की खुशियों में चार चांद तब लग गए जब उनका CAT (Common Admission Test) का परिणाम घोषित हुआ। परीक्षा में विशेष गर्ग ने 99.99 परसेंटाइल हासिल कर न केवल शहर, बल्कि हिमाचल का नाम रोशन किया। विशेष की इस उपलब्धि से हर कोई खुश है।
विशेष ने सोलन के सेंटलुक्स स्कूल (St Luke’s School) से स्कूलिंग के बाद बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में किया। वर्तमान में बैंगलोर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर(Software Engineer) के रूप में कार्यरत थे। विशेष ने बतया की उन्होंने कभी भी खुद पर एग्जाम के प्रेशर (Exam Pressure) को खुद पर हाभी नहीं होने दिया बीएस अपना ध्यान अपने लक्ष्य की और केंद्रित किया।
उनका कहना है की हम अपने मस्तिष्क को बिना किसी दबाव के सर्वोत्तम संभव अवस्था में उपयोग कर सकते हैं। इसलिए मैंने इस वर्ष को आगे बढ़ाने की कोशिश की और उम्मीद को पीछे छोड़ दिया।
गर्ग का कहना है कि तैयारी के लिए मैंने उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जिन्हें मैं जानता हूं कि मैं बहुत कमजोर था। समय का प्रबंधन (Management) मेरे लिए काफी मुश्किल था। ऐसे समय थे जब मैंने 12 घंटे काम किया। मेरा तैयारी का समय सप्ताहांत में निश्चित रूप से केंद्रित था। गर्ग ने कहा कि अध्ययन सामग्री आसानी से उपलब्ध है। लेकिन जो कोचिंग मेरे लिए मददगार थी वह लक्ष्य दृष्टिकोण था। कोचिंग में शिक्षक मदद करते हैं। उनका कहना है कि देश के टॉप आईआईएम (Indian Institute of Management) में एडमिशन लेकर एमबीए उतीर्ण कर एक अच्छा उद्यमी बनना लक्ष्य है। पिता नरेश गर्ग बेटे की उपलब्धि से काफी उत्साहित है। बता दे कि CAT परीक्षा में देश भर में टॉप करना खुद में एक इतिहास है, जिसे विशेष गर्ग ने रच दिया है
खास बाते ..
कैट 2020 के टॉपर विशेष गर्ग ने तनाव को हावी नहीं होने दिया। आराम से म्यूजिक बजाकर और लंबे वॉक से खुद को रिलैक्स किया। विशेष हमेशा एक प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहता था। लेकिन सत्या नडेला और सुंदर पिचाई की सफलता की कहानियों ने उन्हें कैरियर की पसंद के रूप में प्रबंधन करने के लिए प्रेरित किया। कैट में 99.99 प्रतिशत के साथ, गर्ग अब मानते हैं कि वह अपने सपने को प्राप्त करने के करीब आ गए हैं।
ये भी बोले…
“इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में बीटेक की पढ़ाई करते हुए, मैं सत्य नडेला और सुंदर पिचाई की प्रेरक कहानियाँ पढ़ता था, जो माइक्रोसॉफ्ट, गूगल जैसे प्रौद्योगिकी दिग्गजों का नेतृत्व कर दुनिया को आकार दे रहे हैं। मुझे लगा कि अगर मैं एक अच्छे बी-स्कूल में प्रवेश पाने का प्रबंधन करता हूं, तो मैं एक दिन सीईओ बन सकता हूं।