देहरादून, 12 दिसंबर: भारतीय सैनिक अकादमी (Indian military academy) में शनिवार को देश के 325 बेटे भारतीय सेना (Indian Army) का हिस्सा बन गए। इसमें 10 हिमाचली लाल भी जेंटलमैन कैडेट (Gentleman Cadet) बने हैं। अब कंधों पर देश रक्षा का दायित्व लिया है। भव्य समारोह में उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (Army chief lieutenant general) एसके सैनी ने परेड की सलामी ली। पासिंग आउट (Passing Out) के दौरान सैन्य अधिकारी बने कैडेटस ने ‘‘भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बने हम’’ आईएमए गीत (IMA Song) पर कदमताल (March Past) की।
जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर (Gentleman Cadet Drill Square) पर पहुंचते ही युवा सैन्य अधिकारियों का जोश गजब का था। गौरतलब है कि पुलिस ने पासिंग आउट परेड के मद्देनजर राजधानी में ट्रैफिक (traffic) की भी खास व्यवस्था की गई थी। इसका प्लान (Plan) एक सप्ताह पहले ही तय कर लिया गया था। कैडेटस की शानदार मार्चपास्ट ने हर बार की तरह हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वैश्विक महामारी के मद्देनजर पासिंग आउट परेड में खास तरह की एहतियात बरती गई थी। विशेष फोकस सामाजिक दूरी (Social Distancing) के नियम पर किया गया।
एक बदलाव यह भी किया गया था कि सामान्य तौर पर 10 कैडेट एक पंक्ति में होते हैं, लेकिन इस बार इनकी संख्या 8 रखी गई, ताकि हरेक कैडेट के बीच दो मीटर की दूरी बनी रहे। हरेक जेंटलमैन कैडेट (Gentleman Cadet) ने समारोह के दौरान मास्क भी पहने हुए थे। मौके पर वतनदीप सिद्द्धू को सोर्ड ऑफ़ ऑनर (Sword of Honour) प्रदान किया गया। इसके अलावा माजी गिरधर को स्वर्ण व निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला।
गौरतलब है कि पासिंग आउट परेड में 70 विदेशी कैडेट (Foreign cadets) भी पासआउट हुए हैं। इसमें सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश के 50 कैडेटस की रही। पासिंग आउट परेड में 45 कैडेटस हरियाणा के थे। बिहार के 32 युवक जेंटलमैन कैडेटस बने। इसके बाद उत्तराखंड से 24 की संख्या थी। महाराष्ट्र व राजस्थान से 18 व केरल, मध्य प्रदेश से 15 व 12 व पासआउट हुए। दिल्ली व जम्मू-कश्मीर से क्रमशः 13 व 11 पास आउट हुए।