शिमला, 5 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच अच्छी बात यह है कि बड़ी संख्या में कोरोना मरीज अपने घरों में आइसोलेट हैं और कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो रहे हैं। महज 16 फीसदी मरीज ही कोविड वार्डों में उपचाराधीन हैं। 84 फीसदी संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल में कोरोना का आंकड़ा 44 हजार पार कर गया है। हालांकि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 8300 है और इनमें 6954 मरीज होम आइसोलेट हैं। यानी 1346 मरीज ऐसे हैं, जो प्रदेेश के विभिन्न कोविड अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं। होम आइसोलेशन में बिना लक्षण वाले मरीजों का इलाज चल रहा है। दरअसल मरीज होम आइसोलेशन की सुविधा को काफी पंसद कर रहे हैं। अहम बात यह है कि होम आइसोलेट मरीज कोरोना को मात देकर ठीक भी हो रहे हैं। राज्य में कोरोना की रिकवरी रेट 79 फीसदी है।
कोरोना से प्रभावित चार जिलों शिमला, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू में नाइट कर्फ्यू चल रहा है। शिमला जिला में कोरोना से हालात चिंताजनक हैं और हर रोज कोरोना के 200 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। मौजूदा समय में शिमला जिला में 81 फीसदी मरीज होम आईसोलेशन में इलाज कर रहे हैं। इसी तरह कांगड़ा में 79 फीसदी, मंडी में 84 फीसदी और कुल्लू में 92 फीसदी मरीज घरों में आइसोलेट हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो शिमला जिला में 2,249 सक्रिय मरीज हैं। इनमें 415 मरीजों का कोविड वार्डाे में इलाज चल रहा है। कांगड़ा जिला में 1,417 मरीजों में से 288 मरीज, मंडी जिला में 1,347 में से 206 मरीज और कुल्लू में 550 सक्रिय मरीजों में से 41 मरीज अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। लाहौल-स्पीति जिला में कोरोना के सबसे कम 119 सक्रिय मरीज हैं और इनमें मात्र 16 मरीजों का ही अस्पताल में उपचार चल रहा है।