नाहन, 4 दिसंबर : सिरमौर जनपद में हिम सुरक्षा अभियान के तहत कोरोना (Corona) व क्षय रोग के लक्षण भी मिल रहे हैं। तीन दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक लगभग 61 हजार लोगों की स्क्रीनिंग (Screening) की गई है। इसमें लगभग 350 से 400 के बीच लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं, जबकि क्षय रोग के लक्षण 250 के करीब लोगों में पाए गए हैं। वहीं, कुष्ठ रोग को लेकर चिंता हो सकती है।
जनपद में अब तक कुष्ठ रोग के 8 ही ऐसे मामले बचे थे, जिन्हें दवा दी जा रही है, लेकिन अभियान की स्क्रीनिंग में 30 से 40 लोगों में लक्षण मिले हैं। हालांकि यह कतई भी नहीं माना जाना चाहिए कि जिन लोगों में लक्षण मिले हैं, वो इस रोग से पीड़ित हैं। अभियान की खास बात यह भी है कि स्क्रीनिंग के दौरान ब्लड प्रैशर व शूगर को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है। अब आपके जहन में सवाल यह भी उठ सकता है कि क्या वास्तव में टैस्ट किए जा रहे हैं। ऐसा नहीं है, बल्कि घर-घर जाकर टीमों द्वारा लक्षणों से जुडे सवाल हां, न में पूछे जाते हैं। इसी के आधार पर आंकड़ा तैयार किया जा रहा हैै।
बता दें कि लगभग दो साल पहले कुष्ठ रोग को जड़ से समाप्त करने की शपथ भी ली गई थी। कोरोना को लेकर तो स्थिति साफ है कि वैक्सीन या मेडिसन उपलब्ध नहीं है। अलबत्ता कुष्ठ रोग को लेकर ये अभियान थोड़ी चिंता भी बढ़ा सकता है, क्योंकि सिरमौर भी कुष्ठ रोग के 100 फीसदी उन्मूलन की दहलीज पर खड़ा हुआ है। वीरवार को अभियान की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। इसमें क्षय रोग अधिकारी डाॅ. वीना सांगल ने संगड़ाह विकास खंड में स्टाफ की कमी का मसला उठाया। इस पर उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टाफ की कमी के कारण अभियान में कठिनाई आ रही है, लिहाजा आंगनबाड़ी सुपरवाइजर की मदद से इसे सुचारू रूप से गांव-गांव जाकर चलाया जाए, ताकि उन लोगों को फौरन ही इम्दाद पहुंचाई जा सके, जिनमें लक्षण मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि 2 सितंबर तक लगभग 40 हजार की स्क्रीनिंग की गई थी, जो 3 दिसंबर को बढ़कर 61 हजार पहुंच गई। अभियान में सिरमौर की लगभग 5 लाख 90 हजार की आबादी को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में क्षय रोग अधिकारी डाॅ. वीना सांगल ने कहा कि 350 से 400 में कोरोना के लक्षण मिले हैं, जबकि टीबी का अनुमानित आंकड़ा 250 है। इसके अलावा 30 से 40 लोगों में कुष्ठ रोग के लक्षण भी हासिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस समय सिरमौर में 8 लोग ही कुष्ठ रोगी बचे हैं, जो दवाओं का सेवन कर रहे हैं।