संगड़ाह, 4 दिसंबर : माइनस डिग्री (Minus Degree) तापमान (Temperature) में बर्फ के बीच तीन युवक 28 घंटे तक तीन युवक चूडधार (Churdhar) के जंगल में भटकते रहे। चूडधार यात्रा पर रोक के बावजूद दो से अढाई फुट बर्फ के बीच बुधवार को करनाल (हरियाणा) के तीन युवक राजन, अंकुश व रौनक कुमार चूडधार यात्रा पर निकल गए।
तीनों युवक 2 दिसंबर को हरिपुरधार के रास्ते से चूडधार के निकल पड़ें। दिन भर चलने पर यह युवक तीसरी नामक स्थान पर पहुंचे, मगर यहां से रास्ता भटक गए। अंधेरा होने पर यह तीनों युवक घबरा गए। इन्होने 112 हेल्पलाइन पर फोन कर मदद मांगी। इसकी सूचना नौहराधार पुलिस चौकी को मिली, इसके बाद तराहां के स्थानीय लोगों से संपर्क किया गया। स्थानीय लोगों की टीम ने युवकों को जंगल से रेस्क्यू (Rescue) किया। रात करीब 12 युवक जंगल में ट्रेस कर लिए गए।
पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत के बाद युवकों को रेस्क्यू किया। साथ ही अपील की कि ऐसे मौसम में चोटी की यात्रा न करे। बता दें कि यदि रात भर भी यह युवक जंगल में रहते तो निस्संदेह ठंड व भूख से इनकी जान जा सकती थी।
घाटी में जंगल इतना घना है कि इसमें सही रास्ता पकड़ना काफी मुश्किल है, जंगली जानवरों (Wild animals) भी काफी ज्यादा है। गनीमत यह रही कि यह तीनों सुरक्षित मिल गए। चूडधार के जंगल में ठंड से कांपते रहे। बर्फ (Snow) पड़ने के बाद जंगलो में भालुओ की कदम ताल भी बढ़ जाती है, क्योंकि इस समय मानवीय दखल (Human Intervention) न के बराबर हो जाती है।
युवकों ने बताया कि हम रास्ता भटकते ही अंधेरा होने पर हडबडा गए। कई जगह फिसलन वाले रास्तों में गिर गए, मुश्किल से जंगलो में टहनियां पकड़-पकड़ कर नीचे मुख्य रास्ते तक पहुंचने की कोशिश करते गए। मगर घना जंगल होने की वजह से सही रास्ता नही मिल पाया। इसके बाद सिग्नल मिलने पर 112 से मदद मांगी गई। उन्होंने माना कि समय पर मदद न मिलने की सूरत में जान भी जा सकती थी। युवकों ने लोगों से उनकी तरह गलती (Mistake) न करने का भी आग्रह किया।
उधर एएसआई (ASI) नौहराधार चेतन चौहान ने बताया कि इनके लापता होने की सूचना मिलते तुरंत टीम मौके पर ढूंढने निकली थी, जिन्हें सुरक्षित तराहां पहुंचाया। बताया कि रास्ते में जगह- जगह साइन बोर्ड भी लगा दिए है कि खराब मौसम व बर्फबारी के बीच यात्रा पर प्रतिबंध है। बावजूद भी लोग जाने से नही हट रहे है। यदि अब यात्रियों ने कानून का उल्लंघन किया तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।