शिमला 02 दिसंबर : देवभूमि हिमाचल प्रदेश में कोरोना का खौफ काफी बढ़ गया है। खासकर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रदेश के गांवों में रोजाना कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसने शासन व प्रशासन को हिला कर रख दिया है।
शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू के अलावा जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के देहाती क्षेत्रों में कोरोना से हालात चिंताजनक बनते जा रहे हैं। सबसे अधिक संक्रमण शिमला के ग्रामीण क्षेत्रों में फैला हुआ है। कांगड़ा, मंडी, लाहौल-स्पीति और कुल्लू के विभिन्न गांवों में अचानक अनेक लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। गांव में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने अब सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
जानकारी अनुसार प्रदेश सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए इन जिलों में स्वास्थ्य कर्मचारी और अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। शिमला जिला के रामपुर के ननखड़ी और रोहडू में कोरोना अस्पताल बनाए जाने की तैयारी कर रही है, जिससे बर्फबारी में किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिलों के मरीजों को सुविधा मिले। शिमला में कोरोना से हालात विस्फोटक हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से यहां रोजाना कोरोना का विस्फोट हो रहा है।
हम आपको बताते चलें कि राज्य 12 में से चार जिले कोरोना के हाट-स्पाट बन गए हैं। इनमें शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिले शामिल हैं। शिमला, मंडी और कुल्लू जिले लाॅकडाउन के दौरान कोरोना से सुरक्षित थे, लेकिन अब ये कोरोना के गढ़ों में तबदील हो रहे हैं। नवंबर महीने में इन जिलों में कोरोना के मामलों में अब भारी उछाल आया है, जिसने शासन-प्रशासन को भी हिला दिया है।
मौजूदा समय में 65 फीसदी सक्रिय मामले इन्हीं चार जिलों में हैं। प्रदेश सरकार ने सख्ती बरतते हुए इन जिलों में रात्रि कफर्यू लगा दिया है। सबसे ज्यादा खराब हालात शिमला जिला में है, यहां कोरोना के रोजाना सैंकड़ों मामले उजागर हो रहे हैं। सर्वाधिक कोरोना संक्रमित और मौत के मामलों में शिमला जिला राज्य में शीर्ष पर है।
स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक कोरोना के 41,227 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें सक्रिय मामले 8,218 सक्रिय मामले हैं। 32,309 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। राज्य में कोरोना की रिकवरी रेट 78 फीसदी है। कोरोना से प्रदेश में 656 लोगो की जान गई है। कोरोना संक्रमण के लिहाज से शिमला जिला टाप पर है, जहां 7,456 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 168 मरीजों की मृत्यु हुई है। शिमला के बाद मंडी में 6,697, कांगड़ा में 5,392 और कुल्लू जिला में 3,618 मामलों की पुष्टि हुई है। लाहौल-स्पीति में संक्रमितों की संख्या 1.087 है। राज्य में कोरोना के 5.34 लाख टैस्ट किए जा चुके हैं।
अक्टूबर के बाद से बढ़ते संक्रमण की रफ्तार ने शिमला जिला को काफी प्रभावित किया है। शिमला में गत एक माह में करीब 5 हजार नए मामले मिले हैं। इस तरह महज 30 दिनों में शिमला जिला में संक्रमण की दर 65 फीसदी बढ़ गई है। पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों का जिक्र करें तो लगभग 2 हजार के करीब पॉजिटिव केस पाए गए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने शिमला में संक्रमण की संख्या को रोकना चुनौती साबित हो रहा है। अप्पर शिमला के रामपुर व रोहड़ू क्षेत्रों में कोरोना का जबरदस्त प्रकोप है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि शिमला सहित अन्य जिलों में कोरोना के मामलों में काफी बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है। नवम्बर महीने में चले फेस्टिवल सीजन में लोगों के भारी संख्या में जुटने की वजह से कोरोना का संक्रमण बढ़ा है। इसके अलावा कोरोना की टैस्टिंग भी बढ़ाई गई है। पहले रोजाना अढ़ाई हजार के करीब कोरोना के टैस्ट किए जा रहे थे, जिसे अब बढ़ाकर छह हजार किया गया है।