संगड़ाह, 1 दिसंबर: उपमंडल मुख्यालय में प्रगतिशील किसान तपेंद्र चौहान द्वारा शुरू किए गए “हिम एग्रो मशरूम प्रोडक्शन सेंटर” में सात बेरोजगारों के लिए रोज़गार का अवसर भी पैदा हुआ है। रोज़गार देने के साथ-साथ मशरूम उत्पादन केंद्र द्वारा प्रतिदिन औसतन 250 किलो मशरूम की पैदावार की जा रही है। एक माह में मशरूम सेंटर से करीब एक लाख रुपए की मशरूम बेची जा चुकी है। खास बात ये है कि इस केंद्र में गर्मियों में भी मशरूम पैदा हो सकेगी। दरअसल क्षेत्र में मार्च माह के बाद तापमान 25 डिग्री से ज्यादा होने के चलते यहां मशरूम खराब होने लगती है अथवा पैदावार बंद हो जाती है।
इस प्लाट में ऐसी व्यवस्था की गई है, जिससे तापमान मेनटेन रखा जाएगा। मशरूम की मार्केटिंग व उत्पादन का कार्य देख रहे विक्रम चौहान व दिनेश कुमार ने बताया कि सिरमौर के विभिन्न हिस्सों के अलावा चंडीगढ़ में भी सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि, वर्तमान में यहां केवल 1000 कंपोस्ट मशरूम स्पान बैग लगाए गए है। अगले माह तक उत्पादन 3 गुना बढ़ाने के लिए दो हजार और बैग लगाए जाएंगे। अगले साल तक कंपोस्ट खाद व स्पोन लेब भी यहां तैयार की जाएगी। तपेंद्र चौहान ने बताया कि, करीब 22 लाख की इस परियोजना के लिए उन्हें राष्ट्रीय बागवानी मिशन अथवा उद्यान विभाग द्वारा सब्सिडी भी उपलब्ध करवाई गई है। बहरहाल इस प्लाट से जहां सात लोगों को रोज़गार मिल रहा है, वहीं क्षेत्र के अन्य किसान भी मशरूम उत्पादन के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
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