ऊना, 25 नवम्बर : कोरोना प्रबंधन को लेकर न्यूजीलैंड से तुलना कर खुद की पीठ थपथपाने वाली सरकार अब कहां हैं। उक्त टिप्पणी करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है, जिसके पीछे सरकार द्वारा लिए गए बचकाने निर्णय हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब भी सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नजर नहीं आती, अभी भी बचकाने ही निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की चिंता के बजाए मंत्री की पत्नी की प्रमोशन की चिंता है, शायद इसी लिए कैबिनेट में नीति को बदल कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
अग्रिहोत्री ने कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार सर्दी का माहौल है उसमें नाईट कफ्र्यू चार जिलों में लगाना न तो सही है और न ही तर्कसंगत। उन्होंने कहा कि रात को तो 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग घरों में रहते हैं, सिर्फ आपातकाल में ही कोई बाहर निकलेगा या फिर यात्री निकलते हैं, लेकिन दिन की भीड़ पर नियंत्रण के लिए सरकार के पास कोई कदम नहीं हैं। लोगों को मास्क के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चले, लेकिन यहां पैसा इक्कठा करने के लिए एक हजार जुर्माना लेने के निर्देश दिए गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के मुखिया मुद्दों की चिंता न करें, कांग्रेस के पास मुद्दे ही मुद्दे हैं और भाजपा की सरकार बारूद के ढ़ेर पर बैठी है। जब चाहे ब्लास्ट हो सकता है, जो चिंगारी सुलग रही बो सीएम को दिख नहीं रही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना संकट के बीच जनविरोधी निर्णय जनता पर थोपे गए हैं, उससे साफ है कि इस सरकार का दिवालिया निकल चुका है और लगातार मुख्यमंत्री बैकफुट पर आ रहे हैं। उन्हें न तो अधिकारी सहयोग कर रहे हैं और न ही उनकी पार्टी। अब तो केंद्र के साथ भी टकराव में प्रदेश को केंद्रीय योजनाओं पर लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर मसले पर सवाल उठेंगे और जवाब सरकार को देना पड़ेगा।
सर्वदलीय बैठक में उठाएंगे मसले
अग्निहोत्री ने कहा कि सर्वदलीय बैठक 27 नवंबर को बुलाई गई है। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी भी भाग लेगी और अपना पक्ष रखेगी। सरकार जहां-जहां निर्णय गलत हैं, उस बात को भी रखा जाएगा।