शिमला 20 नवंबर : हिमाचल की सत्ताधरी भाजपा सरकार कोविड महामारी के प्रकोप के बीच एक बार फिर करोड़ों का कर्ज़ लेने जा रही है। मौजूदा समय में 55 हजार करोड़ के कर्ज में डूबी प्रदेश सरकार जल्द 1,000 करोड़ का कर्ज लेगी। अहम बात यह है कि सरकार को एक माह के भीतर दूसरी बार कर्ज़ लेने को विवश होना पड़ा है। 4 हफ्ता पहले ही पहले ही प्रदेश सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये का कर्ज़ लिया था। अब फिर से एक हज़ार करोड़ के कर्ज के लिए सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास आवेदन किया है।
मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान हिमाचल सरकार चौथी बार कर्ज़ लेने जा रही है ताकि सरकार के खर्चे पूरे किए जा सकें। चालू वित्तीय वर्ष में 2000 करोड़ रुपए का कर्जा लिया जा चुका है,जो अब तीन हजार करोड़ रुपये हो जाएगा।
गौर हो को प्रदेश सरकार लंबे समय से वित्तीय संकट से जूझ रही है और सरकार के खर्चे कम नहीं हो पा रहे हैं। कोरोना महामारी में सरकार वितीय समस्या से जूझ रही है और वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए ऋण लिया जा रहा है।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश पर बढ़ते कर्ज पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश की वित्तीय स्थिति सुधारने में पूरी तरह असफल साबित हो रहें है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार अपनी ऐश परस्ती पर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रही है।राठौर ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार की वित्तीय स्थिति बदत्तर होती जा रही है तो दूसरी तरफ सरकार अपने मंत्रियों की सुख सुविधा के लिए मंहगी कारे तक खरीद रही है।बउन्होंने कहा है कि प्रदेश में विकास के नाम पर सरकार जो कर्जे लिये जा रही है वास्तव में यह सब वह अपनी सुख सुविधा पर खर्च कर रही है।