शिमला, 18 नवंबर : हिमाचल प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेगा। राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में 22 नवम्बर से मौसम करवट लेगा और हिमपात का दौर शुरू होगा, जो कि 24 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान मैदानी व मध्यवर्ती क्षेत्रों में मौसम के साफ रहने का अनुमान है।
इस बीच शुष्क मौसम के बावजूद प्रचंड शीतलहर जारी है। पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद राज्य के जनजातीय व पर्वतीय क्षेत्रों में जीवन सामान्य हो गया है और दिन में धूप खिल रही है। मगर न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बुधवार को बताया कि लाहौल-स्पीति के मुख्यालय केलंग में इस मौसम की सबसे सर्द रात रही और यहां न्यूनतम तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पिछली रात केलंग का पारा शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड हुआ था।
उन्होंने कहा कि किन्नौर के कल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री नीचे, मनाली व कुफरी में 0.1 डिग्री, भुंतर में 2.6, सोलन में 4, पालमपुर में 4.5, सुंदरनगर में 4.7, डलहौजी में 4.8, सियोबाग में 5.5, शिमला में 5.8, धर्मशाला में 6.2, कांगड़ा में 6.8, बिलासपुर व चम्बा में 7.4, हमीरपुर में 7.5 और ऊना में 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मनमोहन सिंह बताया कि आगामी 24 घंटों के दौरान मैदानी व मध्यवर्ती क्षेत्रों में आसमान साफ रहेगा। जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात का अनुमान है। उन्होंने कहा कि 22 को मौसम फिर करवट लेगा और ऊंचाई वाले इलाकों में 24 नवम्बर तक हिमपात का दौर चल सकता है। हालांकि मैदानों और मध्य पर्वतीय इलाकों में मौसम के साफ रहने की संभावना है।