शिमला/नाहन, 17 नवंबर: सिरमौर के पच्छाद विकास खंड के नारग में यूको बैंक (UCO Bank) शाखा मैं कैश चेस्ट(Cash Chest) को तोड़ने में नाकाम रहने वाले आरोपियों के तार कई बड़ी अपराधिक (Criminal) वारदातों (Activities) में भी जुड़े रहे हैं। इसका खुलासा दक्षिण रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस हिमांशु मिश्रा ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से किया है।
चेस्ट तोड़ने की कोशिश के लिए इस्तेमाल किए गए कटर, फेस मास्क, टूटे हुए ताले, जूते, ट्रैक सूट, हेलमेट व दो मोटरसाइकिल भी आरोपियों की निशानदेही (Demarcation) पर बरामद कर लिए गए हैं। गिरफ्तार 5 युवकों में से तीन की भूमिका सोलन के तनिष्क शोरूम (Tanishq) में चोरी से भी जुड़ी रही है। इस वारदात में 54,000 की नकदी को चोरी किया गया था। वारदात में आरोपी ज्वेलरी (Jewelry) के शोरूम (Show room) में भी आभूषणों के चेस्ट को तोड़ने में सफल नहीं हो पाए थे।
इसके अलावा एक आरोपी कुल्लू में 8 ग्राम चिट्टे की बरामदगी (Seizure) में भी जुड़ा हुआ रहा है। इस वारदात का ट्रायल चल रहा है। दो आरोपियों की संलिप्तता पच्छाद में ही पांच साल पहले चोरी की एक घटना में भी पाई गई है।
सबसे बड़ी बात यह है कि यूको बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश करने वाले दो आरोपी हरियाणा के शाहबाद में अपहरण व डकैती की वारदात में संलिप्त थे। शाहबाद पुलिस ने 24 फरवरी 2016 को आईपीसी की धारा 365, 395, 397 के तहत मामला दर्ज किया था। आईजी के मुताबिक इस वारदात में अपहरण (Kidnapping) व डकैती की कोशिश हत्या (Intention to death) के प्रयास में की गई थी।
यही नहीं, पच्छाद के ही एक अन्य मामले में भी आरोपियों की संलिप्तता (Involvement) पाई गई है। चोरी की यह घटना 26 मार्च 2019 को पंजीकृत की गई थी। फिलहाल पांच संगीन मामलों में भी युवकों की संलिप्तता पाई जा रही है। आईजी ने बताया कि 8 व 9 नवंबर की रात मास्क पहनकर आरोपियों ने यूको बैंक नारग की शाखा में बैटरी ऑपरेटेड कटर (Battery Operated Cutter) से कैश चेस्ट को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। इसके बाद राजगढ़ के डीएसपी भीष्म ठाकुर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था।
आईजी ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजिटल सबूतों के साथ-साथ सेलफोन (Cell Phone) एनालिसिस व फिजिकल एविडेंस (Physical evidence) के आधार पर 14 नवंबर को पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। इसमें से चार पच्छाद के ही रहने वाले हैं, जबकि एक का संबंध नौहराधार क्षेत्र से है। आरोपियों की पहचान अंकुश, वरुण, सचिन, सुभाष व दिनेश के तौर पर की गई थी।