सोलन,17 नवंबर : नालागढ़ स्थित रामशहर के रजवान गांव में 11 माह की मासूम बच्ची को पंजाब से रेस्क्यू (Rescue) किया गया है। प्रशासन व चाईल्ड वेलफेयर कमेटी (Child Welfare Committee) ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। साथ ही अन्य तीन बच्चों को भी शेल्टर होम (Shelter Home) में सुरक्षित रखा गया है। एक व्यक्ति ने अपनी 11 माह की बेटी को किसी दूसरे परिवार को दे दिया था। व्यक्ति की पत्नी मानसिक रोगी (mental patient) है।
ऐसा बताया जा रहा है कि पिता बेटी की देखरेख नहीं कर पा रहा था। चाईल्ड वेलफेयर कमेटी को अंदेशा हुआ कि व्यक्ति ने अपनी बच्ची को बेच दिया है, जिसके बाद स्थानीय पुलिस की मदद से बच्ची को रेस्क्यू कर सोलन स्थित शेल्टर होम भेजा गया। व्यक्ति के तीन बच्चों को शिशु गृह (Baby house) शिमला में रखा गया है। उल्लेखनीय है कि चाईल्ड वेलफेयर कमेटी व नालागढ़ पुलिस प्रशासन को व्यक्ति की गतिविधियां (Activities) संदिग्ध लगी थी। इसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया। व्यक्ति की तीन बेटियां व बेटा अब सुरक्षित हैं।
चाईल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरमैन विजय लांबा ने बताया कि एक व्यक्ति की गतिविधियां संदिग्ध थी, जिसने अपनी 11 माह की बेटी को पंजाब में किसी परिवार को दे दिया था। प्रशासन ने हरकत में आकर उसकी नन्हीं बच्ची को रेस्क्यू किया। चारों बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति की पत्नी मानसिक रोगी है व घर मे बुजुर्ग बच्चों की परवरिश नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि आशंका था कि पिता द्वारा बेटियों को चंद पैसों के लालच में बेचा जा सकता है। लिहाजा बच्चों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है।
शुरूआत में बच्ची को रेस्क्यू करने के बाद मासूम को पालन-पोषद के मकसद से नानी के सुपुर्द किया गया था, मगर पेशे से ड्राईवर पिता बच्ची को अपने साथ कहीं ओर ले जाने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने मासूम को शेल्टर होम भेजने का फैसला लिया।