शिमला,16 नवंबर : हिमाचल में लंबे समय बाद मौसम ने करवट ली है। राज्य में जाड़ों के सीजन की पहली बारिश व बर्फबारी हुई, जिससे ड्राई स्पैल टूटा है और सूखे की मार झेल रहे लोगों के चहरे खिल गए हैं।
बारिश और बर्फबारी की चेतावनी के बीच रविवार देर शाम से हिमाचल के पहाड़ बर्फ से लकदक हो गए। राजधानी शिमला से सटे पर्यटक स्थलों कुफरी और नारकंडा में सीजन का पहला हिमपात हुआ।
चौपाल, खिड़की और खड़ापत्थर में भी बर्फ की चादर बिछ गई। चौपाल उपमंडल के खिड़की में 6 इंच ताज़ा हिमपात से खिड़की- चारकी-रियूंनी संपर्क सड़क बाधित हो गई है। हालांकि कुफरी में अभी वाहनों की आवाजाही सामान्य है।
ताज़ा हिमपात से अप्पर शिमला में कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी प्रभावित है। उधर, राज्य के अन्य इलाकों हमीरपुर, कांगड़ा, बिलासपुर, ऊना, मंडी, सोलन व सिरमौर जिलों में 3 माह बाद ड्राई मौसम का स्पैल टूटा और अंधड़ के साथ अच्छी बरसात हुई। कई स्थानों पर रात को बिजली भी गुल हो गई थी।
बारिश गेहूं की बिजाई के लिए काफी फायदेमंद है। निचले हिमाचल में समय पर बारिश न होने से किसान गेहूं की बिजाई नही कर पाए हैं।
उधर, बारिश-बर्फबारी से समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है तथा अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आई है। जनजातीय क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया है। पर्यटन नगरी मनाली सहित रोहतांग दर्रे पर भी ताजा हिमपात हुआ है।
ताज़ा हिमपात से राज्य में पर्यटन गतिविधियों के फिर रफ्तार पकड़ने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के डायरेक्टर मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से मौसम के तेवर बदले हैं। राज्य के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और मैदानों में बारिश का सिलसिला आज भी जारी रहेगा। 17 नवम्बर से 21 नवम्बर तक मौसम के साफ रहने का अनुमान है।